- डीएम कौशल राज शर्मा ने पीएम मोदी से ग्रहण किया प्रधानमंत्री अवार्ड
- इस योजना से अब तक वाराणसी में लगभग 32 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं
वाराणसी (सुरेश गांधी) प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में वाराणसी देशभर में अव्वल आया है। इसके लिए वाराणसी को प्रधानमंत्री स्वनिधि कार्यक्रम श्रेणी में 2021 के प्रधानमंत्री अवार्ड मिला है। गुरुवार को सिविल सर्विस डे के मौके पर भारत सरकार के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार मंत्रालय की ओर से घोषित यह राष्ट्रीय पुरस्कार जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्रहण किया। खास यह है कि वाराणसी पीएम स्वनिधि और अभिनव प्रयोग में अंतिम चरण तक प्रतिस्पर्धा में बना रहा। अंतिम चरण में पीएम स्वनिधि श्रेणी में देश मे सबसे अच्छे क्रियान्वयन के लिए वाराणसी को अवार्ड के लिए चुना गया। यह अवार्ड एक अप्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2021 के बीच किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए घोषित हुए हैं। इस योजना से अब तक वाराणसी में लगभग 32 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं। बता दें, यह पहला मौका है जब वाराणसी को पीएम स्वनिधि कार्यक्रम में अव्वल आने पर राष्ट्रीय स्तर का सम्मान हासिल हुआ है। वर्ष 2021 के लिए कार्मिक और प्रशासनिक सुधार मंत्रालय की ओर से छह विभिन्न श्रेणियों में प्रधानमंत्री अवार्ड दिए गए हैं। इसमें पोषण अभियान में जन सहभागिता और जन भागीदारी, खेलो अभियान के माध्यम से खेल और वेलनेस को प्रोमोट करना, पीएम स्वनिधि योजना में डिजिटल पेमेंट और गुड गवर्नेन्स, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से सर्वांगीण विकास, बिना मानव हस्तक्षेप के सर्विस डिलीवरी और अभिनव प्रयोग और नवाचार शामिल हैं।
पीएम के हाथों एवार्ड पाकर गौरवान्वित हूं: जिलाधिकारी
पीएम स्वनिधि योजना में पूरे देश में अव्वल आने के बाद बीते रविवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इस पूरे अभियान पर अपने अनुभव साझा किया था। उन्होंने बताया था कि 14 फरवरी को आवेदन की अंतिम तिथि के कुछ घंटे पहले ही आवेदन किया और इसके बाद मूल्यांकन में परीक्षा जैसा माहौल रहा। विभिन्न चरणों में कई स्तर पर हमें तैयारियां करनी पड़ी और अब परिणाम के बाद परीक्षा में टॉप करने जैसा महसूस हो रहा है। पीएम स्वनिधि योजना के लांच होने के शुरुआती चार महीने में वाराणसी में 22 हजार स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ पहुंचा दिया गया था। इसके बाद से ही इस योजना में वाराणसी शीर्ष पर रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2020 में ही प्रेरित किया था कि कोविड की वजह से गरीब वर्ग का आर्थिक नुकसान नहीं हो। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सतत निगरानी का परिणाम है कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा में वाराणसी पहले पायदान पर है। पुरस्कार में मिलने वाले 20 लाख रुपये से इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
स्वनिधि योजना में बनारस का 102 प्रतिशत लक्ष्य
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में बनारस ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। इस योजना में लक्ष्य से अधिक 102 प्रतिशत प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन के अनुसार स्वनिधि योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वेंडर्स को सूदखोरों की जाल से बचाना है। यही कारण है कि एक साल पहले इन वेंडर्स को सात प्रतिशत सालाना ब्याज पर 10 हजार रुपये का ऋण दिया गया। साथ ही इन वेंडर्स को प्रतिमाह ऋण की ईएमआई का भुगतान आनलाइन करने पर 100 रुपये का कैशबैक भी दिया गया। बनारस में स्वनिधि के तहत 29962 का लक्ष्य दिया गया था। जबकि 30 हजार के ऊपर वेंडर्स को ऋण का लाभ दिया गया है। इस नाते यहां का प्रतिशत 102 प्रतिशत है। जो लोग मार्च तक अपने ऋण का किस्त भर देंगे। उन्हें दूसरी किस्त दी जाएगी। इस कार्य में जिला प्रशासन, डूडा और नगर निगम के अधिकारियों की महती भूमिका रही है। एक बार फिर से अब इस योजना के लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
स्वनिधि योजना
कोरोना काल में लाकडाउन के कारण रेहड़ी-पटरी लगाने वाले लोगों केा सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा। ऐसे ही लोगों के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की है। इसमें छोटी दुकान, रेहड़ी-पटरी वालों को सस्ता कर्ज दिया जाता है। बेहद आसान शर्तों के साथ 10 हजार रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। किसी गारंटी की जरूरत नहीं होती है।
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