मधुबनी : जनसहभागिता से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान होगा सफल: मनोहर मानव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 27 मई 2022

मधुबनी : जनसहभागिता से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान होगा सफल: मनोहर मानव

  • जल-जीवन-हरियाली,जलवायु परिवर्तन एवम पर्यावरण संरक्षण को लेकर डीआरडीए सभागार में संवाद गोष्ठी  का हुआ आयोजन। उप विकास आयुक्त सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जल संरक्षण एवम जलवायु परिवर्तन को लेकर जिले में चलाए जा रहे कार्यक्रमो एवम योजनाओ एवम उसके सकरात्मक परिणाम की दी जानकारी
  • बिहार संवाद यात्रा के संयोजक एवम पर्यावरणविद मनोहर मानव ने कहा सरकार का जल-जीवन-हरियाली अभियान का दिखने लगा है असर।

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मधुबनी, जिला प्रशासन एवम जल बिरादरी आदर्श लोक संस्थान एवं इंडियन हिमालयन रिवर बेसिन काउंसिल के संयुक्त तत्वाधान  में  डीआरडीए के सभागार   में एक संवाद गोष्ठी  सह कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में सर्व प्रथम उप विकास आयुक्त द्वारा आगत अतिथियों का स्वागत किया गया एवम सरकार की जल -जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत जिले में चलाई जा रही योजनाओ एवम उसके प्रभाव के सबंध में पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी भी दी गई। इसके पूर्व मनोहर मानव के द्वारा बिहार संवाद यात्रा के उद्देश्यों से अवगत करवाया गया। बिहार संवाद यात्रा  के संयोजक मनोहर मानव ने  पर्यावरण संरक्षण, लोक शासन की संकल्पना  आदि यात्रा के  मुद्दे पर  अपनी बातो को विस्तार से रखा।उन्होंने  यात्रा के लक्ष्यों को बताते हुये कहा कि बिहार के


हर जिले में अलग अलग चुनौतियां है ,अलग अलग  भौगोलिक स्थिति है। इसीलिए संपूर्ण मानव समाज को जल संवर्धन हेतु आगे आना चाहिये ।उन्होंने कहा कि सरकार की जल-जीवन-हरियाली अभियान का काफी सकरात्मक परिणाम दिखाई पड़ने लगे है। यह जन आंदोलन का रूप ले रहा है। सरकार एवम जनता के साझा प्रयास से यह अभियान निश्चित रूप से सफल होगा। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी जल जीवन हरियाली की भूरी भूरी प्रशंसा किया है।  यात्रा का समापन बेगूसराय में  28 मई को होगा। मौके  पर    जिले के अधिकारियों ने  अपने जिले में जल जीवन हरियाली संबंधी  अपने अनुभव को रखा। उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिले में काफी संख्या में अतिक्रमित तालाबो को चिन्हित कर उसे अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। लगभग चार लाख   पौध रोपण किया गया है।कई तालाबो एवम जल स्रोतों का जीर्णोद्धार किया गया है। छत वर्षा संचयन, सौर ऊर्जा, चैक डैम निर्माण आदि कार्य की भी जानकारी दी गई।यात्री दल के साथी दीपक जी,अजय वर्मा,गीता भारती आदि ने कहा कि  पर्यावरण के लिये हम सभी को सतर्क और जागरूक  रहना चाहिए  । कार्यक्रम में  जलपुरुष राजेन्द्र सिंह जी के द्वारा किये गए कार्यो पर श्री तपेश्वर प्रसाद ने प्रकाश डाला। उन्होंने  कहा कि पारंपरिक जल स्रोतों जैसे  तालाब ,नदी आदि को पुनर्जीवित करने के सरकार के प्रयासों में समाज का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।  कार्यक्रम में मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया एवम अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए।उक्त कार्यक्रम में डीडीसी विशाल राज, निर्देशक डीआरडीए राजेश्वर प्रसाद,,डीपीआरओ परिमल कुमार,एसडीसी बालेन्दु पांडेय,कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग अनिल कुमार, सहित संबंधित विभागों  के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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