- डीएम ने कहा हर हाल में पूरी गुणवत्ता के साथ ससमय योजनाओं को करे पूर्ण। योजनाओं के प्रशासनिक स्वीकृति के पूर्व स्थल जाँच अनिवार्य रूप से करे। वैसे सड़क जो पाँच वर्षों की मेंटेनेंस में है उसकी सूची एक सप्ताह में उपलब्ध करवाए ताकि क्षतिग्रस्त सड़को को संबधित एजेंसी से अविलम्ब मरम्मती करवाई जा सके
- बैठक से अनुपस्थित आरसीडी झंझारपुर के कार्यपालक अभियंता,कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई ,जयनगर एनएच के कार्यपालक अभियंता आदि का एक दिन का वेतन स्थगित करने का साथ साथ स्पष्टीकरण करने का दिया निर्देश।
- मधुबनी शहर में पावर सब स्टेशन बनाने को लेकर अविलम्ब भूमि की उपलब्धता को लेकर दिए निर्देश,कहा पावर सब स्टेशन बन जाने से शहर में पावर कट की समस्या का होगा स्थायी समाधान। नल जल योजना में विधुत बाधा को अविलम्ब निष्पादित करने का दिया निर्देश। सड़को के अतिक्रमण को सख्ती के साथ हटाने का दिया निर्देश।
मधुबनी, डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने समाहरणालय सभाकक्ष में तकनीकी विभाग के पदाधिकारियो की साथ बैठक कर कर विभागवार चल रही योजनाओं का समीक्षा किया,एवम संबधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने समीक्षा के क्रम में कहा कि योजनाओं में अनावश्यक विलंब बर्दाश्त नही की जाएगी।हर हाल में पूरी गुणवत्ता के साथ ससमय योजनाओं को पूर्ण करे।उन्होंने कहा कि योजनाओं के प्रशासनिक स्वीकृति के पूर्व स्थल जाँच अनिवार्य रूप से करे। उन्होंने अभियंताओं को निर्देश दिया कि वैसे सड़क जो पाँच वर्षों की मेंटेनेंस में है उसकी सूची एक सप्ताह में उपलब्ध करवाए ताकि क्षतिग्रस्त सड़को को संबधित एजेंसी सेअविलम्ब मरम्मती करवाई जा सके। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित आरसीडी झंझारपुर के कार्यपालक अभियंता,कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई ,जयनगर एनएच के कार्यपालक अभियंता आदि का एक दिन का वेतन स्थगित करने के साथ साथ उन्हें स्पष्टीकरण करने का भी निर्देश दिया। विधुत विभाग की समीक्षा के क्रम में मधुबनी शहर में पावर सब स्टेशन बनाने को लेकर अविलम्ब भूमि की उपलब्धता को लेकर निर्देश दिए,उन्होंने कहा पावर सब स्टेशन बन जाने से शहर में पावर कट की समस्या का स्थायी समाधान होगा। उन्होंने नल जल योजना में विधुत बाधा को अविलम्ब निष्पादित करने को लेकर कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि बीडीओ से समन्वय कर अविलब निष्पादन करवाना सुनिश्चत करे। उन्होंने सड़को पर अतिक्रमण को सख्ती के साथ हटाने का निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर अतिक्रमणकारियो के विरुद्ध एआईआर दर्ज करवाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के विभिन्न ग्रामीण व सुदूर हिस्से से सड़कों के रखरखाव को लेकर शिकायतें मिलती रहती हैं। इतना ही नहीं दैनिक समाचार पत्रों में भी सड़कों की बदहाली के बारे में खबर छपती रहती है। अतः जनहित में इस संबंध में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता अपने अपने क्षेत्राधीन सड़कों की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण कर खराब सड़कों की स्थिति का प्रतिवेदन एक सप्ताह में प्रतिवेदित करे। उन्होंने कहा कि वे समय समय पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे और इस दौरान उन्हें किसी सड़क की स्थिति खराब प्रतीत हुई तो उसके लिए संबंधित अभियंता पर जबाबदेही तय कर करवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त विभिन्न सरकारी भवनों, पुल पुलिया और कब्रिस्तान चहारदीवारी निर्माण आदि की भी अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी योजना की प्रशासनिक स्वीकृति निर्गत करने से पूर्व ही भूमि विवाद आदि की जानकारी रखते हुए गैर विवादित भूमि पर ही उसे जारी किया जाए। एक बार प्रशासनिक स्वीकृति देने के बाद कार्य में विलंब स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। यदि कोई संवेदक कार्य करने में आनाकानी करते हैं तो इसकी लिखित सूचना जिले को दी जाए।उन्होंने जल जीवन हरियाली से जुड़ी योजनाओं को अभियान के रूप में लेकर संपादित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना जन जन से जुड़ी है। अतः इसे ससमय पूर्ण कराया जाए।जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अभियंताओं से जिले में बाढ़ की स्थिति की जानकारी भी ली गई। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि पूरी तरह से अलर्ट मोड में रहे। इससे संबंधित हर छोटी बड़ी सूचना अविलंब जिले तक आनी चाहिए। जिससे समय रहते उसे ठीक किया जा सके। उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त विशाल राज, प्रभारी पदाधिकारी, जिला विकास शाखा, विकास कुमार, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा सह जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार, जिला योजना पदाधिकारी, बबन कुमार सहित विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।
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