मधुबनी : प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने को लेकर डीएम ने किया अपील- - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 22 अक्तूबर 2022

मधुबनी : प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने को लेकर डीएम ने किया अपील-


  • जिला प्रशासन ने दीपावली एवं छठपूजा के अवसर पर अग्नि सुरक्षा को लेकर क्या करे और क्या नही करे से संबधित, जारी किया एडवाईजरी* 
  •  अग्नि सुरक्षा हेतु क्या करें

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पटाखा विक्रेता भण्डारण के स्थान पर कम से कम दो ‘‘वाटर सी.ओ.टू.’’ (09 लीटर क्षमता का) तथा दो ‘‘डी.सी.पी.’’ (06 किलोग्राम क्षमता)  प्रोटेबल अग्निशामक यंत्र एवं दो ड्राम पानी अवश्य रखें। जिसके संचालन की जानकारी उन्हें तथा अपने कर्मी को भी हो। बच्चों द्वारा पटाखा चलाने के समय घर का कोई व्यस्क सदस्य वहाँ अवश्य उपस्थित रहें और अपने निगरानी में पटाखा फोड़वायें। बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को तंग गली या घरों के अंदर में पटाखा न फोड़ने दे बल्कि खुले स्थान में इसे फोड़े। आतिशबाजी का प्रयोग करने से पूर्व उसपर लिखे अग्नि सुरक्षा संबंधित सावधानियों को ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़ें एवं पालन करें। आतिशबाजी करते समय आस-पास में एक बाल्टी पानी अवश्य रखें। घी एवं तेल के दीपक कभी कपड़े अथवा ज्वलनशील पदार्थ के नजदीक न जलाएं। हमेशा ऐसे दीपक को अपने देख-रेख में रखें। अग्नि सुरक्षा पर तकनीकी सलाह लेने हेतु अपने नजदीकी अग्निशामालय पदाधिकारी से सम्पर्क कर सकते है। बिहार अग्निशमन सेवा सभी जिलों तथा अनुमंडल में कार्यरत है। किसी भी प्रकार के अग्नि घटना होने पर अग्निशमन सेवा का आपातकालीन दूरभाष संख्या-101 या पुलिस कण्ट्रोल रूम का आपातकालीन नम्बर 100 या स्थानीय अग्निशामालय का नम्बर जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 06276-222576 या अनुमंडल कार्यालय का कण्ट्रोल रूम स्थानीय पुलिस थाना को दूरभाष से सूचित करना चाहिए ताकि स्थानीय अग्निशामालय पदाधिकारी आपकी मदद त्वरित गति से कर सकें। 


अग्नि सुरक्षा को लेकर क्या न करें

घर में अधिक मात्रा में पटाखा का भण्डारण न करें। घर के अंदर कभी भी पटाखा न जलायें। दूकानों पें पूजा-पाठ करने के पश्चात् जलती हुई दीपक, अगरबत्ती अथा मोमबत्ती छोड़कर न जाएं। पतले बिजली के तारों पर ज्यादा भोल्टेज के बल्ब नहीं जलायें अथवा उसे ओभरलोड नहीं करें। दो बिजली के तारों को जोड़ते समय उस पर टेप अवश्य लगाये। बिजली के शॉकेट मे सीधे तार न घुसायें। इसमें हमेंशा प्लग का व्यवहार करें। ढीले या सिन्थेटिक कपड़े पहनकर खुली लौ वाली दीये, मोमबत्ती या पटाखों के पास न जाएँ। आतिशबाजी के समय के कपड़ों में आग लग जाए तो, ऊनी कम्बल या बोरी से लपेट कर जमीन पर लेट कर आग बुझाने का प्रयास करें। आसमान तारा कभी-कभी दूसरों के घरों में प्रवेश कर आगजनी का कारण बनती है। अतः यथासंभव इससे परहेज करें।

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