पूर्णिया विश्वविद्यालय में सरकार स्तर से लंबित अधिकांश मामलों का निष्पादन - कुलपति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 14 नवंबर 2022

पूर्णिया विश्वविद्यालय में सरकार स्तर से लंबित अधिकांश मामलों का निष्पादन - कुलपति

  • नैक के लिए शीघ्र कार्यशाला आयोजित की जाएगी
  • मार्च 2023 तक सभी लंबित सत्रों का नियमितीकरण

Purnia-university-news
पूर्णिया विश्वविद्यालय,पूर्णिया के  कुलपति प्रोफेसर राज नाथ यादव की अध्यक्षता में सोमवार को उनके वेश्म में संवाददाता सम्मेलन आयोजित की गई। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय क्षेत्राधीन अंगीभूत अररिया महाविद्यालय, अररिया में 2019 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के घोषणा के बाद पंद्रह विषयों में स्नातकोत्तर कला एवं विज्ञान की पढ़ाई शुरू की गई थी। स्नातकोत्तर विभाग कला के क्रमशः इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू एवं विज्ञान विषयों में क्रमशः भौतिकी, रसायन शास्त्र, वनस्पति शास्त्र, जंतु विज्ञान, गणित में अध्यापन हेतु बिहार सरकार से घटनोत्तर स्वीकृति प्रदान करने की चिट्ठी प्राप्त हुई है। इससे पूर्व मारवाड़ी कॉलेज, किशनगंज में स्नातकोत्तर कला एवं विज्ञान के पंद्रह विषयों में अगले सत्र से अध्यापन शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। दोंनो महाविद्यालयों में पद सृजन कराकर एकेडमिक कांसिल और सिंडिकेट से स्वीकृति के पश्चात  सरकार को भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में सरकार के स्तर पर जितने मामले लंबित थे,उसमें से अधिकांश मामलों का भूतलक्षी प्रभाव से निष्पादन हो चुका है। एम बी ए,स्नातकोत्तर की बीस विषयों,तीन राजकीय महाविद्यालयों का अंगीभूतिकरण के साथ पदों की स्वीकृति का पत्र प्राप्त हो चुका है । सरकार की अनुमति और दिशा निर्देश के बाद अनुकंपा पाल्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रक्रियाधीन है। विश्वविद्यालय को हवाई अड्डा के पास आवंटित जमीन में चहारदीवारी निर्माण का कार्य चल रहा है। प्रशासनिक भवन, परीक्षा भवन आदि के निर्माण हेतु विश्वविद्यालय प्रयत्नशील है। विश्वविद्यालय में लंबित सभी सत्रों को मार्च, 2023 तक नियमित कर दिया जाएगा। इस संदर्भ में राजभवन में 17 नवंबर को आयोजित बैठक में कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक को भाग लेना है। विदित हो,राजभवन द्वारा प्रतिमाह बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रकों की बैठक आयोजित कर परीक्षा, पेंशन, ग्रेच्यूटी, एरियर, कोर्ट केसेज आदि की मोनिटरिंग की जा रही है। अतिथि शिक्षकों के पूर्व में निर्गत अनुभव प्रमाण पत्र के संबंध में कहा कि हमने बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव को पत्र भेजकर पूर्व में निर्गत अनुभव प्रमाण पत्र को सही ठहराया है। नैक से मान्यता के लिए शीघ्र कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।  मीडिया प्रभारी प्रोफेसर अंजनी कुमार मिश्रा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण किया। संवाददाता सम्मेलन में प्रति कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार झा, कुलसचिव डॉ घनश्याम राय, डीन प्रोफेसर बीएन झा,प्रोफेसर जेएल राय, कुलानुशासक प्रोफेसर डीके झा,उप कुलसचिव डॉ पटवारी यादव आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने किया।

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