ईरान ने यूरोपीय देशों को अगले सप्ताह से तेल आपूर्ति पूरी तरह बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक रोक लगाने के लिए देश की संसद मजलिस में अगले सप्ताह एक दोहरा आपात विधेयक लाया जाएगा।
ईरान की यह प्रतिक्रिया यूरोपीय संघ के उस फैसले पर आई है जिसके तहत यूरोपीय देशो ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से खफा होकर उससे तेल आयात पूरी तरह बंद करने का फैसला किया है। हालांकि यूरोपीय सघं ने तेल आयात को जुलाई तक चरणबद्ध तरीके से बंद करने की बात कही है लेकिन ईरान ने इस पर कड़ा रूख अपनाते हुए अपनी तरफ से अगले सप्ताह से ही तेल निर्यात बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इब्राहिमी ने कहा कि यदि संसद में इस पर सहमति हो गई तो यूरोपीय देश हक्के बक्के रह जाएंगे। उन्हें तब ईरान की ताकत समझ में आएगी कि वह किसी के दबाव में झुकने वाला नहीं है। इस बीच तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) में ईरान के प्रतिनिधि मोहम्मद अली खातिमी ने कहा कि ईरान ने यूरोपीय संघ के फैसले को काफी गंभीरता से लिया है और वह इसे ओपेक की अगली बैठक में जरूर उठाएगा।
उधर ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद पहले ही कह चुके हैं कि ईरान को यूरोपीय देशों को तेल बेचने की कोई जरूरत नहीं है। अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों का आरोप है कि ईरान चोरी छिपे परमाणु हथियार विकसित कर रहा है जबकि ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यों के लिए है।
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