मराठा सेनापतियों में तलवार खिंची, बाल ने राज से रिश्ते किए ख़तम ! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 19 मई 2009

मराठा सेनापतियों में तलवार खिंची, बाल ने राज से रिश्ते किए ख़तम !

मुंबई और ठाणे में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के खराब प्रदर्शन से दुखी शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने मराठी लोगों से कहा है कि वे इस बात का जवाब दें कि उन्होंने पार्टी को धोखा क्यों दिया?



सामना के संपादकीय में लिखा है, 'पार्टी ने प्रदेश के अन्य भागों में बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन मुंबई और ठाणे ने मुझे इस उम्र में दर्द दे दिया है।' अपने भतीजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, 'मुगलों ने मराठी लोगों को बांटने के लिए सूर्याजी पिसाल का सहारा लिया। सूर्याजी पिसाल एक विश्वासघाती मराठा थे, जिन्होंने 1689 में रायगढ़ किले के दरवाजे मुगलों के लिए खोल दिए थे।'



ठाकरे ने कहा कि, 'मराठी लोगों को बताना होगा कि शिवसेना ने उन्हें क्या नुकसान पहुंचाया था। कांग्रेस ब्रिटिश लोगों की तरह बांटो और राज करो की नीति पर काम कर रही है और लोग उसके बहकावे में आ गए हैं।' ठाकरे की यह टिप्पणी उन रिपोर्ट्स के बाद आई है, जिनमें कहा गया था कि एमएनएस प्रत्याशियों की उपस्थिति के कारण ही शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को मुंबई और ठाणे में इतना नुकसान पहुंचा है।



एमएनएस मुंबई में शिवसेना के पारंपरिक वोट में सेंध लगाने में कामयाब हुई थी। ठाकरे ने यह माना कि मनसे प्रत्‍याशियों के कारण शिवसेना के वोट कट गये, जिस कारण भाजपा-शिवसेना गठबंधन के प्रत्‍याशी मुंबई और ठाणे में हारे।

राज ठाकरे से रिश्ते तोड़ने के बाल ठाकरे के फैसले पर एमएनएस के उपाध्यक्ष वी सारस्वत ने कहा कि यह चाचा और भतीजे के बीच का मामला है और इस पर किसी को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।