दलाई लामा के चुने 'बुद्घ' ने बौद्घ धर्म से मुंह मोडा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 3 जून 2009

दलाई लामा के चुने 'बुद्घ' ने बौद्घ धर्म से मुंह मोडा.

बाल बढ़ाए,बैगी पेंट पहनी,नाइट क्लब में डिस्को


जब वह घुटनों के बल चलता था उसी वक्त उसके सिर पर मुकुट रख दिया गया और भगवान का दर्जा देकर विश्वभर में बौद्घ संतों की प्रार्थनाओं में शामिल कर लिया गया। लेकिन दलाई लामा के चुने 'बुद्घ के इस पुनर्जन्म ने अब बौद्घ धर्म से ही मुंह मोड़ लिया है। एक बौद्घ साधु का नियमों में बंधा जीवन जीने के बजाय ओसेल हिता टोरेस अब बैगी पैंट पहनता है और लम्बे बाल रखता है। वह अपनी बातों में भी बुद्घ की शिक्षाओं से ज्यादा जिक्र जिमी हैंड्रिक्स का करता है। बौद्घ धर्म से ज्यादा शिकायत उसे उन लोगों से है जिनके कारण उसे टीवी, फुटबाल और लड़कियों से दूर कर दिया गया। फिल्म देखने पर पूरी पाबंदी थी सिवाय एडी मरफी की 'द गोल्डन चाइल्ड के जिसमें एक अगवा किए बच्चे की कथा है जो अनोखी शक्तियों से लैस है।

इस समय मैड्रिड में 'फिल्म पर अध्ययन कर रहे टोरेस ने बौद्घ धर्म से स्वयं को अलग कर लिया है जिसने उसे गुरु की उपाधि दे रखी है। बगावती तेवरों के साथ 24 वर्ष के टोरेस का कहना है, 'उन्होंने मुझे मेरे परिवार से अलग किया और वर्षों तक मध्यकालीन युग की परिस्थितियों में रखा। मुझे ग्रेनाडा के अभिजात्य इलाके से दक्षिण भारत के बौद्घ मठ में पहुंचा दिया गया। जहां मैं लगातार एक झूठ को जीता रहा।

अपनी बगावत के बावजूद टोरेस अब तक लामा तेनजिन ओसेल रिंपोचे के रूप में जाना जाता है और बौद्घ समुदाय में पूजनीय है। महायान परंपराओं को सहेजे विश्व के 130 केंद्रों के अलावा फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उसके दीर्घायु होने की कामना की गई है। इसी साइट पर इस परमपूज्य गुरु और उसके बचपन के दिव्य लक्षणों का उल्लेख मिलता है। तिब्बती बौद्घ धर्म में 'लामा आध्यात्मिक गुरुओं के पुनर्जन्म की श्रृंखला का हिस्सा होता है। इनमें दलाई लामा सबसे नए और प्रसिद्घ हैं।

टोरेस की जीवनी में लिखा है कि टोरेस को लामा येशे का पुनर्जन्म माना जाता है। इसकी पहचान तब हुई जब वह 5 माह का था। 1986 में 14 माह की आयु में उसे लेकर उसके माता-पिता दलाई लामा से मिलवाने धर्मशाला पहुंचे। यहां इसे 9 बच्चों में से चुन लिया गया और मुकुट पहना दिया गया।

इसके बाद उसका लालन-पालन पूरी तरह बौद्घ रीति-रिवाजों और धार्मिक बंधनों में हुआ। 6 वर्ष का होने तक उसे किसी से मिलने नहीं दिया गया। 6 वर्ष का हो जाने के बाद भी उसे केवल अन्य पुनर्जन्मित बच्चों के साथ मिलने-जुलने की ही इजाजत थी। टोरेस का कहना है कि एक बार उसके पड़ोस की कैबिन में हॉलीवुड स्टार रिचर्ड गेरे मौजूद थे लेकिन वह उनसे नहीं मिल पाया।

18 वर्ष का होने तक उसने किसी जोड़े को चुंबन लेते नहीं देखा। पहली बार डिस्को में जाना उसके लिए एक बड़ा झटका था। टोरेस के मुताबिक, 'मैं वहां सबको नाचते देखकर हैरान था। वे लोग वहां क्या कर रहे थे! एक साथ उछलना-कूदना, एक दूसरे से चिपकना॥ और यह सब कुछ धुंए से भरे एक छोटे बक्सेनुमा कमरे में।

1 टिप्पणी:

vandana gupta ने कहा…

hamein to is bare mein kuch pata hi nhi tha aapse pata laga.