उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप जारी है। बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब समेत कई राज्य शीत लहर की चपेट में हैं ।
दूसरी ओर कश्मीर घाटी में जम कर बर्फबारी हुई है, जिस कारण कई इलाक़ों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से टूट गया है ।
ठंड के कारण 120 से ज़्यादा लोगों के मारे जाने का समाचार है। लेकिन सरकारी तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है ।
मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली समेत कई जगह तेज़ हवाओं के कारण तापमान में काफ़ी गिरावट आई है ।
सोमवार को अमृतसर सबसे ठंडा रहा, यहाँ न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है ।
पटना से बीबीसी संवाददाता मणिकांत ठाकुर का कहना है कि बीते साल के आख़िरी दो दिन और नए साल के शुरुआती चार दिन बिहार में ऐसे गुज़रे हैं जैसे बर्फीली शीत लहर ने यहाँ के जन-जीवन पर अचानक हमला कर दिया हो ।
अचानक इसलिए क्योंकि गत 30 दिसंबर से पहले तक यहाँ लोग यही कह रहे थे कि लगता ही नहीं जाड़े का मौसम आ गया है ।
पहले दो दिनों तक बारिश की हल्की फुहार के साथ शुरू हुई ठंडी बयार ने धीरे-धीरे हड्डियाँ कंपाने वाली शीत लहर का रूप ले लिया ।
फिर घने कोहरे ने रेल, सड़क और हवाई यातायात में रुकावटें डालीं. इस तरह आम जनजीवन ही नहीं, पशु-पक्षी और फसलों वाले खेत खलिहान भी बुरी तरह प्रभावित
हुए हैं। ।
बिहार सरकार ने सात जनवरी तक राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को ठंड के मद्देनज़र बंद रखने का आदेश दिया है ।
मुख्यमंत्री ने ज़िलाधिकारियों को ये भी निर्देश दिया है कि गांव, कस्बे और शहर के चौक-चौराहे पर शाम और सुबह ग़रीब लोगों के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था की
जाए। ।
इस बार ठंड से राज्य में किसी की मौत होने की पुष्टि राज्य सरकार ने नहीं की है, फिर भी ग़ैर सरकारी तौर मिल रही सूचनाओं के मुताबिक़ कम से कम 25 लोग शीत-लहर की चपेट में आकर मारे गए हैं ।
फुटपाथ पर या टूटी-फटी झोपड़ियों में रहने वाले ग़रीबों के बीच इस बार अब तक सरकार की तरफ से कंबल नहीं बांटे जाने की आलोचना विपक्ष ने शुरू कर दी है ।
उधर स्थानीय मौसम कार्यालय का कहना है कि राज्य में तापमान छह-सात डिग्री सेल्सियस तक नीचे उतर आने या न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच अंतर कम हो जाने से ठंड का असर इतना ज़्यादा बढ़ गया है , आशंका है कि यह स्थिति कुछ दिन और बनी रहेगी ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बीबीसी संवाददाता रामदत्त त्रिपाठी ने बताया है कि राज्य सरकार ने ठंड को देखते हुए कक्षा-आठ तक वाले सभी स्कूलों को नौ जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। ।
सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ राज्य सरकार ने तीन लाख से भी ज़्यादा कंबल बाँटने का फ़ैसला किया है । राज्य के हर तहसील में एक हज़ार कंबल बाँटे जाएँगे । इसके अलावा ठंड से बचने के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई है ।
मंगलवार, 5 जनवरी 2010
उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप !!
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