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शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

मोबाइल फ़ोन के प्रयोग का स्वस्थ्य पर असर ?




मोबाइल फ़ोन से स्वास्थ पर होने वाले कुप्रभाव का पता लगाने के लिए एक शोध कार्य शुरू किया जा रहा है , जिसमे मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करने वाले की मदद ली जायेगी । इसमे २० से ३० साल का समय लग सकता है । पूरी दूनियाँ में करीब ६० करोड़ लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं और कई बार इसपर शोध भी हुआ है परन्तु नकारात्मकता कम ही पाई गई है  लेकिन शोधकर्ताओं का संदेह अब भी है कि मोबाइल फ़ोन पर बात करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है । उनका कहना है कि जो भी शोध हुए हैं वे पर्याप्त नहीं हैं, क्यों कि कैंसर जैसी बिमारी के कुछ लक्षणों को पनपने में ही कई वर्ष लग जाते हैं  

इस शोध का नाम ‘कॉसमॉस’ रखा गया है यह पहले के शोध से अलग होगा   अबतक शोध के दौरान लोगों से जो आंकडे इकट्ठे किये जाते थे वे पर्याप्त नहीं मिल पाते थे । इस शोध में जिनलोगों को शामिल किया जायेगा उनसे मोबाइल के उपयोग के समय की जानकारी ली जाएगी , न कि कितने कॉल कर रहे हैं उसकी 

मस्तिष्क का कैंसर, स्ट्रोक, हृदय रोग अल्ज़ाइमर्स और पार्किंसन्स जैसी कई बीमारियों को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक काम करेंगे   


इस शोध में इंग्लैण्ड के अलावा पाँच यूरोपीय देश के करीब ढाई लाख उपभोक्ताओं कि मदद ली जाएगी . लगातार मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी को देखते हुए यह एक अच्छी पहल है 

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