बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गुजरात सरकार की ओर से कोसी बाढ़ राहत आपदा के लिए दी गई पांच करोड़ रुपए की राहत राशि लौटाए जाने से नाराज बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को नीतीश की 'विश्वास यात्रा' का बहिष्कार कर दिया।
श्री नीतीश कुमर इन दिनों प्रदेश भर में विश्वास यात्रा निकाल रहे हैं और सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं। मोदी लगभग उनकी हर यात्रा में साथ रहा करते थे। लेकिन रविवार को जब नीतीश कुमर विश्वास यात्रा पर ग्रामीण पटना के लिए निकल रहे थे तो मोदी नहीं पहुंचे।
मोदी के एक करीबी नेता ने बताया, ''नीतीश के प्रति भाजपा नेताओं में बढ़ते असंतोष के मद्देनजर मोदी ने शनिवार रात को ही तय कर लिया था कि विश्वास यात्रा में शामिल नहीं होंगे।'' मोदी के इस रुख को प्रदेश की भाजपा और जनता दल (युनाइटेड) की गठबंधन सरकार के बीच रिश्तों में बढ़ती खटास के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी ठाकुर नई दिल्ली पहुंच गए हैं, और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक अहम बैठक में हिस्सा लेंगे।
पिछले दिनों पटना में भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दौरान स्थानीय अखबारों में एक विज्ञापन छपा था, जिसमें नीतीश कुमार और मोदी की तस्वीर एक साथ छपी थी। एक अन्य विज्ञापन में इस बात का जिक्र था कि वर्ष 2008 में कोसी बाढ़ आपदा के समय गुजरात ने बिहार को पांच करोड़ रुपए की मदद की थी।
उसी दिन इन विज्ञापनों पर नीतीश ने सार्वजनिक तौर पर अपना गुस्सा प्रकट किया और विज्ञापन को बिहार की अस्मिता से जोड़ते हुए गुजरात को पैसा लौटाने की धमकी दी थी। विज्ञापन से नाराज नीतीश ने भाजपा नेताओं को दिया जाने वाला रात्रिभोज तक रद्द कर दिया था। इसके बाद गत शनिवार को नीतीश ने गुजरात सरकार को पांच करोड़ की सहायता राशि लौटा दी।
1 टिप्पणी:
प्रभावशाली पोस्ट।
एक टिप्पणी भेजें