कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान दिल्ली आने वाले विदेशी मेहमानों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है।
नीदरलैंड से वर्ल्ड टूर पर निकली दो युवतियां जब दिल्ली पहुंचीं, तो यहां उन्हें दो फर्जी टूरिस्ट गाइड मिले। वे उन्हें बहुत कम पैसों में कश्मीर और कई अन्य जगहों पर घुमाने के बहाने अपने साथ ले गए और फिर चालबाजी से उनके पासपोर्ट हासिल कर लिए। इसके बाद उन्होंने न केवल दिल्ली और कश्मीर में कई दिनों तक उनके साथ बलात्कार किया, बल्कि इस दौरान उनसे मोटी रकम भी ऐंठी।
शुक्रवार को इनमें से एक पीडि़त युवती ने कनॉट प्लेस थाने में कंप्लेंट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने बलात्कार, ठगी, आपराधिक साजिश रचने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करके एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान यासिर अल्ताफ (23) के तौर पर हुई। मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले यासिर का परिवार इन दिनों मध्य प्रदेश के खजुराहो में रहता है। यासिर दिल्ली के जंगपुरा इलाके में किराये पर रहता है और कश्मीरी शॉल बेचने का धंधा करता है। वह शादीशुदा भी है।
अडिशनल कमिश्नर (नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट) शंकर दास के मुताबिक, नीदरलैंड की रहने वाली 23 और 24 साल की दो युवतियां मोना और सेलिना (बदले हुए नाम) र्वल्ड टूर के दौरान इसी साल 5 जनवरी को दिल्ली पहुंचीं और पहाड़गंज के एक होटल में ठहरीं। अगले दिन जब वे दोनों कनॉट प्लेस में घूम रही थीं, उसी दौरान यासिर और उमर उन्हें मिले। दोनों ने खुद को सरकारी टूरिस्ट एजेंसी के गाइड बताते हुए उन्हें सरकारी इंतजाम पर बहुत कम पैसों में पूरे भारत मंे घुमाने का ऑफर दिया। दोनों युवतियों का भरोसा जीतने के लिए उन्होंने उन्हें सिम कार्ड दिलवाने में मदद भी की। युवतियों ने जब उनका ऑफर स्वीकार कर लिया, तो यासिर और उमर उन्हें करोल बाग में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस चलाने वाले कश्मीरी युवक अल्ताफ अली के ऑफिस ले गया। अल्ताफ ने उन्हें बहुत कम पैसों में कश्मीर, खजुराहो, राजस्थान, आगरा समेत भारत की कई अन्य जगहों पर घुमाने का पैकेज दे दिया।
8 जनवरी को यासिर और उमर दोनों युवतियों को श्रीनगर ले गया और उन्हें उमर के हाउस बोट में ठहराया। इसी दौरान यासिर और उमर ने चालबाजी से दोनों युवतियों से पासपोर्ट ले लिए। फिर वे दोनों को गुलमर्ग ले गए और वहां एक होटल में ठहराया। तब मोना को लगा कि यासिर और उमर उसे और उसकी सहेली को ठग रहे हैं। जब दोनों युवतियों ने टूर कैंसल करने की बात कहकर अपने पैसे वापस मांगे, तो यासिर और उमर उन्हें धमकाया। यासिर और उमर ने दोनों युवतियों को न केवल अपने साथ रहने को मजबूर किया, बल्कि यासिर ने मोना को और उमर ने सेलिना को डरा-धमकाकर उनके साथ 3-4 दिनों तक बलात्कार भी किया।
25 जनवरी को उमर और यासिर दोनों युवतियों के साथ दिल्ली लौटे और करोल बाग की एक होटल में ठहरे, जहां दोनों ने मोना और सेलिना के साथ 6 दिनों तक बलात्कार किया। यासिर ने लोन के रूप में मोना से 60 हजार रुपये लिए और फिर उन्हीं पैसों से उसे और सेलिना को घुमाने के लिए जयपुर, रणथंभौर समेत राजस्थान की विभिन्न जगहों पर ले गया। 4 फरवरी को जब वे लोग वापस दिल्ली लौटे, तो मोना को पता चला कि उसके 200 यूरो और 25 हजार रुपये की भारतीय करंसी भी चोरी हो गई है। उसके बाद किसी तरह मोना और सेलिना ने यासिर और उमर से पीछा छुड़ाया और वे दोनों अपने दोस्तों के पास चली गईं।
आखिरकार शुक्रवार को मोना ने कनॉट प्लेस थाने में यासिर के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके देर रात यासिर को करोल बाग इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि सेलिना ने कोई कंप्लेंट नहीं दी है, लेकिन मोना ने अपनी कंप्लेंट में उमर द्वारा सेलिना के साथ बलात्कार किए जाने की बात बताई है। इस आधार पर पुलिस उमर को भी तलाश रही है। साथ ही इस मामले में अल्ताफ के रोल की भी जांच की जा रही है।
शुक्रवार को इनमें से एक पीडि़त युवती ने कनॉट प्लेस थाने में कंप्लेंट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने बलात्कार, ठगी, आपराधिक साजिश रचने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करके एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान यासिर अल्ताफ (23) के तौर पर हुई। मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले यासिर का परिवार इन दिनों मध्य प्रदेश के खजुराहो में रहता है। यासिर दिल्ली के जंगपुरा इलाके में किराये पर रहता है और कश्मीरी शॉल बेचने का धंधा करता है। वह शादीशुदा भी है।
अडिशनल कमिश्नर (नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट) शंकर दास के मुताबिक, नीदरलैंड की रहने वाली 23 और 24 साल की दो युवतियां मोना और सेलिना (बदले हुए नाम) र्वल्ड टूर के दौरान इसी साल 5 जनवरी को दिल्ली पहुंचीं और पहाड़गंज के एक होटल में ठहरीं। अगले दिन जब वे दोनों कनॉट प्लेस में घूम रही थीं, उसी दौरान यासिर और उमर उन्हें मिले। दोनों ने खुद को सरकारी टूरिस्ट एजेंसी के गाइड बताते हुए उन्हें सरकारी इंतजाम पर बहुत कम पैसों में पूरे भारत मंे घुमाने का ऑफर दिया। दोनों युवतियों का भरोसा जीतने के लिए उन्होंने उन्हें सिम कार्ड दिलवाने में मदद भी की। युवतियों ने जब उनका ऑफर स्वीकार कर लिया, तो यासिर और उमर उन्हें करोल बाग में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस चलाने वाले कश्मीरी युवक अल्ताफ अली के ऑफिस ले गया। अल्ताफ ने उन्हें बहुत कम पैसों में कश्मीर, खजुराहो, राजस्थान, आगरा समेत भारत की कई अन्य जगहों पर घुमाने का पैकेज दे दिया।
8 जनवरी को यासिर और उमर दोनों युवतियों को श्रीनगर ले गया और उन्हें उमर के हाउस बोट में ठहराया। इसी दौरान यासिर और उमर ने चालबाजी से दोनों युवतियों से पासपोर्ट ले लिए। फिर वे दोनों को गुलमर्ग ले गए और वहां एक होटल में ठहराया। तब मोना को लगा कि यासिर और उमर उसे और उसकी सहेली को ठग रहे हैं। जब दोनों युवतियों ने टूर कैंसल करने की बात कहकर अपने पैसे वापस मांगे, तो यासिर और उमर उन्हें धमकाया। यासिर और उमर ने दोनों युवतियों को न केवल अपने साथ रहने को मजबूर किया, बल्कि यासिर ने मोना को और उमर ने सेलिना को डरा-धमकाकर उनके साथ 3-4 दिनों तक बलात्कार भी किया।
25 जनवरी को उमर और यासिर दोनों युवतियों के साथ दिल्ली लौटे और करोल बाग की एक होटल में ठहरे, जहां दोनों ने मोना और सेलिना के साथ 6 दिनों तक बलात्कार किया। यासिर ने लोन के रूप में मोना से 60 हजार रुपये लिए और फिर उन्हीं पैसों से उसे और सेलिना को घुमाने के लिए जयपुर, रणथंभौर समेत राजस्थान की विभिन्न जगहों पर ले गया। 4 फरवरी को जब वे लोग वापस दिल्ली लौटे, तो मोना को पता चला कि उसके 200 यूरो और 25 हजार रुपये की भारतीय करंसी भी चोरी हो गई है। उसके बाद किसी तरह मोना और सेलिना ने यासिर और उमर से पीछा छुड़ाया और वे दोनों अपने दोस्तों के पास चली गईं।
आखिरकार शुक्रवार को मोना ने कनॉट प्लेस थाने में यासिर के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके देर रात यासिर को करोल बाग इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि सेलिना ने कोई कंप्लेंट नहीं दी है, लेकिन मोना ने अपनी कंप्लेंट में उमर द्वारा सेलिना के साथ बलात्कार किए जाने की बात बताई है। इस आधार पर पुलिस उमर को भी तलाश रही है। साथ ही इस मामले में अल्ताफ के रोल की भी जांच की जा रही है।
साभार : - नभाटा
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