नई दिल्ली | 21 जून को इस साल का सबसे लंबा दिन होगा। करीब 14 घंटे तक सूरज आसमान में रहेगा। विज्ञान की भाषा में, गर्मी के दिनों में होने वाली इस घटना को समर सॉल्सटाइस कहा जाता है। यह ऐसा मौका होता है जब पृथ्वी का अक्ष सूर्य की तरफ अधिकतम 23 डिग्री से ज्यादा झुक जाता है। एक ओर जहां खगोलविज्ञान में रुचि रखने वाले इस दिन का इंतजार कर रहे हैं, वहीं इंटरनेट की दुनिया में कुछ लोग 21 जून को लेकर अफवाहें फैलाने में लगे हैं। दो सूरज नहीं नेहरू प्लेनेटेरियम, मुंबई के निदेशक पीयूष पांडे के अनुसार यह सरासर झूठ बात है कि आसमान में 21 जून को दो सूरज नजर आएंगे। इंटरनेट पर चल रहे मेल में कहा गया है कि आसमान में 10 जून से एड्रायड नाम का तारा दिख रहा है, जो 21 जून को पृथ्वी के करीब साढ़े तीन करोड़ मील नजदीक आ जाएगा और इसे खुली आंखों से दोपहर 12.30 बजे आकाश में देखा जा सकेगा। इसके बाद एड्रायड वर्ष 2210 में धरती के इतने नजदीक आएगा। पांडे के अनुसार यह सरासर बकवास है। एड्रायड नाम का कोई तारा नहीं है। असल में, इंटरनेट पर इस तरह के मेल कोई नई बात नहीं है। पिछले साल एक ई-मेल में कहा गया गया था कि 27 अगस्त को पृथ्वी के आकाश में दो चंद्रमा नजर आएंगे क्योंकि मंगल ग्रह बहुत नजदीक आ जाएगा
सोमवार, 21 जून 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें