पुलिस पदक छीन लिए जाने के बाद नाबालिग लड़की रुचिका गिरहोत्रा से छेड़छाड़ के दोषी एसपीएस राठौड़ को एक और झटका सरकार ने दिया है। राठौर के पेंशन को पूरी तरह रोक लिया गया है।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि 1965 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राठौड़ की पूरी पेंशन को स्थाई आधार पर रोका जाता है। चंडीगढ़ में 25 मई के बाद से सत्र न्यायालय द्वारा जेल की सजा बढ़ाए जाने के बाद कैद में रह रहे 68 वर्षीय राठौड़ ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की थी और चिकित्सा आधार पर जमानत मांगी थी।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा गत 21 दिसंबर को रुचिका छेड़छाड़ मामले में राठौड़ को दोषी ठहराए जाने के मद्देनजर पूर्व पुलिस अधिकारी की पूरी पेंशन में कटौती किए जाने का फैसला किया गया। उभरती टेनिस खिलाड़ी रुचिका ने राठौड़ द्वारा छेड़छाड़ के तीन साल बाद 12 अगस्त 1990 को आत्महत्या कर ली थी।
राठौड़ को उत्कृष्ट सेवा के लिए 1985 में पुलिस पदक दिया गया था जिसे इस वर्ष जनवरी में छीन लिया गया।
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