संसार की सभी वस्तुएं जिन्हें हम अपना कहते हैंवास्तव में भगवान की हैं| मूर्खतावश व्यक्ति उन पर अपनाअधिकार जताता है और दुखी तथा त्रस्त होता है|
1 टिप्पणी:
आत्म सात करने वाली बात...
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