जैकबसन को बूकर पुरस्कार !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 13 अक्टूबर 2010

जैकबसन को बूकर पुरस्कार !!


ब्रिटिश लेखक होवार्ड जैकबसन को उनके हास्य उपन्यास 'दि फिंकलर क्वेश्चन' के लिए इस साल का बूकर पुरस्कार देने की घोषणा मंगलवार की रात की गयी। जैकबसन ने दो बार बूकर से नवाजे जा चुके पीटर कैरे और टॉम मैकार्थी सहित पांच लेखकों को पीछे छोड़कर इस प्रतिष्ठित पुरस्कार पर पाने में कामयाबी हासिल की है।

बूकर पुरस्कार के 42 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब एक हास्य उपन्यास के लिए किसी लेखक को इससे सम्मानित करने की घोषणा की गयी है। बूकर के तहत 58 साल के जैकबसन को 50,000 पाउंड की राशि दी जाएगी। पहले भी दो दफा इस पुरस्कार के लिए नामित किए जा चुके जैकबसन ने कहा कि ये चीजें आपको मिलती हैं। मैं जो करना चाहता था वह यह था कि अंधकार छाने के बावजूद मैं एक मनोरंजक उपन्यास लिखता रहूं।

'दि फिंकलर क्वेश्चन' में तीन परिपक्व यहूदी नागरिकों की दोस्ती की कहानी बयान की गयी है। इनमें से दो की पत्नी की मौत हाल ही में हुई होती है। बूकर पुरस्कार के निर्णायक मंडल के प्रमुख सर एंड्रयू मोशन ने कहा कि जैकबसन की रचना में विलियम शेक्सपीयर जैसे गुण हैं। उन्होंने कहा कि यह कहना कुछ ज्यादा हो जाएगा कि यह शेक्सपीयर सरीखा है। लेकिन वह निश्चित तौर पर कुछ ऐसा जानते हैं जो शेक्सपीयर भी जानते थे। हास्य और दुख एक दूसरे से गहरे तौर पर जुड़े हुए हैं।

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