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शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010

आदर्श घोटाले में सभी नंगे हैं.

कोलाबा में करगिल के शहीदों के लिए बने आदर्श सोसायटी के फ्लैट्स के आवंटन से जुड़े घोटाले में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के परिवार के कुछ और नाम जुड़ते दिख रहे हैं। गुरुवार को इस घपले में मुख्यमंत्री की सास का नाम आया था। अब जो नाम सामने आया है, वह है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा का, जो सीएम के ससुराल पक्ष से जुड़े़ शख्स हैं। अभी तक यह बात साफ हो चुकी है कि आदर्श सोसायटी में भगवती मनोहरलाल शर्मा के नाम से एक फ्लैट है, जो अशोक चव्हाण की सास का नाम है। अब जरा उनके ससुराल पक्ष के परिजनों को जानिए।

मिल्कीराम शर्मा ससुराल पक्ष के बुजुर्ग हुए यानी सीएम साहब की पत्नी के दादा जी, जिनकी बहू यानी सीएम की सास का नाम है भगवती मनोहरलाल शर्मा। भगवती जी के पति यानी सीएम के ससुर का नाम है मनोहर लाल शर्मा, लेकिन सवाल है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा कौन हैं। नाम खुद बता रहा है कि उनका रिश्ता सीएम की ससुराल से है, लेकिन असली रिश्ता तो खुद सीएम साहब ही बताएंगे।

आदर्श सोसायटी के नाम पर मची इस लूट में सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं। अब सीबीआई ने आदर्श सोसायटी के सभी 103 सदस्यों की आय का ब्यौरा मांगा है। सवाल यह भी है कि डिफेंस एरिया से सटे इलाके में निर्माण को हरी झंडी कैसे मिली और इस निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति कैसे मिली। यह इमारत कोस्टल रेगुलेशन जोन नियमों का भी उल्लंघन करती है। इस मामले में कई और नेता और आर्मी के आला अफसर घिरे हैं। यह भी पता चला है कि यह सोसयाटी रक्षा ठिकानों के काफी नजदीक है। इस पर नेवी ने भी चिंता जताई है।

जिन दूसरी बड़ी शख्सियतों के नाम यहां फ्लैट हैं, उनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल एनसी विज और दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख माधवेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और कांग्रेस नेता कन्हैयालाल गिडवानी शामिल हैं। पर सवाल सिर्फ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और सेना के आला अफसरों की ही नहीं है। कुछ और भी ऐसे नाम हैं, जो सवाल और शक पैदा करते हैं। ऐसा ही एक नाम है रुपाली हरिश्चंद्र रावराणे का। रुपाली कणकवली इलाके से जुड़ी है और एक पेट्रोल पंप चलाती है। यह इलाका महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री नारायण राणे का गढ़ माना जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि करगिल जंग से जुड़े परिवारों के लिए बनी आदर्श सोसायटी में रुपाली की दावेदारी की क्या वजह हो सकती है।

आदर्श सोसायटी घोटाला वाकई में घोटाले का एक 'आदर्श' मामला लगता है। सेना और नेताओं के अलावा जिन लोगों ने इस प्रोजेक्ट का 'बेड़ा' पार किया, उन्हें भी इनाम मिला। आदर्श सोसायटी में मुंबई के पूर्व कलेक्टर प्रदीप व्यास की बीवी सीमा व्यास के नाम भी एक फ्लैट है। प्रदीप ने ही सारे फ्लैट्स के आवंटन को मंजूरी दी थी। आवंटन सही है या नहीं, इसकी जांच मुंबई की पूर्व कलेक्टर आईए कुंदन ने की, गड़बड़ी नहीं निकली, तो एक फ्लैट उन्हें भी मिल गया। मुंबई के पूर्व म्यूनिसिपल कमिश्नर जयराज फाटक ने 6 मंजिला इमारत को 31 मंजिली में तब्दील करने की मंजूरी दी थी। पिता के काम पर बेटे को इनाम मिला और एक फ्लैट उनके बेटे कनिष्क फाटक के हिस्से में आया।

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