हजारे ने कहा कि भवन निर्माताओं, राजनेता और मंत्रियों ने लावासा परियोजना के नाम पर वहां की स्थानीय गरीब जनजातियों को धोखा दिया है। पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर बनाये गये कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। प्रख्यात गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर पुणे के नजदीक चल रही लावासा परियोजना में हो रही अनियमितता की जानकारी दी है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लावासा परियोजना में अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाते हुए पद्मभूषण पुरस्कार को लौटाने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के राजस्व मंत्री नारायण राणे इस परियोजना को वैध साबित करने के प्रयास में लगे हुए है, क्योंकि इस परियोजना में शरद पवार की बेटी और दामाद की भागीदारी हैं। हजारे ने अपना विरोध जताते हुए ग्यारह नवंबर से भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें