
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए मंगलवार को कहा कि भाजपा का मुख्य एजेंडा बिहार का तेजी से सर्वांगीण विकास करना है।
नायडू ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. सीपी ठाकुर और राजग के प्रदेश संयोजक नंद किशोर यादव साहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपनी पार्टी के जारी किए गए घोषणा पत्र को एक संकल्प पत्र बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य एजेंडा बिहार का तेजी से सर्वांगीण विकास करना है।
नायडू ने कहा कि हरेक राजनीतिक दल चुनाव के पूर्व एक घोषणा पत्र जारी करता है पर देश का दुर्भाग्य है कि उन घोषणाओें को बाद में अमली जामा नहीं पहनाया जाता और यही वजह है देश की आजादी के इतने सालों तक कांग्रेस के राज्य करने के बाद भी लोगों की मौलिक आवश्यकताएं जैसे पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, सिंचार्इ, रोजगार और सुरक्षा की पूर्ति नहीं कर पायी है।
उन्होंने कहा कि देश में अभी भी 40 प्रतिशत लोग अशिक्षित और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने को विवश हैं तथा सिंचार्इ के क्षेत्र में अभी भी बहुत काम बाकी है।
नायडू ने कहा कि आज देश भर में अलग-अलग जगहों पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मजदूर पलायन कर रहे हैं, माओवादी हिंसा बढ़ रही हैं, अलगाववादी तत्वों को प्रोत्साहन मिल रहा है, कश्मीर जल रहा है और पूवोत्तर राज्यों में स्थिति गंभीर बनी है और इसका मुख्य कारण कांग्रेस पार्टी का पचास साल कुप्रशासन रहा।
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने बढती गरीबी, आतंकवाद, अलगाववाद सहित देश की अन्य समस्याओं के लिए कांग्रेस और उसका पूर्व में और अभी भी केंद्र में समर्थन करने वाली पार्टियां राजद, लोजपा और समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन दलों को आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव में वोट मांगने का मौलिक और नैतिक अधिकार तक नहीं है और प्रदेश की जनता को उनसे इन समस्याओं को लेकर सवाल पूछना चाहिए।
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