बिहार के विधानसभा चुनाव में 20 साल बाद भी हाशिए पर खड़ी कांग्रेस पार्टी का मानना है कि उनकी पार्टी अपनी वजह से नहीं, बल्कि लालू प्रसाद यादव की वजह से हार गई. कांग्रेस इस बार के चुनाव में दोहरे अंक तक भी नहीं पहुंच पाई.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, "बिहार के चुनावों में हमें लालू की वजह से बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. बिहार में कांग्रेस ने दो बार लालू यादव का समर्थन किया था, ताकि बीजेपी को सत्ता से बाहर रखा जा सके. इसी वजह से हमें हार का मुंह देखना पड़ा."
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस के युवा नेता राहुल गांधी का करिश्मा बिहार में फेल हो गया, दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल का प्रभाव तो जरूर दिखा लेकिन आखिर में यही बात मायने रखती है कि आप वोटरों को किस तरह से पोलिंग बूथ तक ला पाते हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अब बिहार में कांग्रेस को नए सिरे से तैयारी करनी होगी और इसके लिए नए नेतृत्व की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जमीनी राजनीति पर ध्यान देने की जरूरत है.
दिग्विजय सिंह का मानना है कि बिहार के नतीजों से उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस वहां दूसरी रणनीति के साथ उतरेगी. दिग्विजय सिंह उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी हैं और वहां 2012 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
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