औरंगाबाद में बम फटा, आठ मरे. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 21 नवंबर 2010

औरंगाबाद में बम फटा, आठ मरे.

बिहार के औरंगाबाद जिले में हुए एक बम धमाके में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में पांच स्कूली बच्चे हैं. धमाका पुलिस थाने में रखे एक गैस सिलिंडर बम में हुआ जिसे पुलिस ने जब्त किया था.


इस धमाके में 11 लोग घायल हुए हैं जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. रविवार सुबह यह हादसा औरंगाबाद जिले के पाचोखार गांव में हुआ. जिले के पुलिस प्रमुख विवेक राज सिंह ने बताया कि यह बम माओवादियों ने शनिवार को लगाया था लेकिन सुरक्षा बलों ने उसे बरामद कर लिया था. इसे जब्त करके थाने में रख दिया गया था. इसमें रविवार सुबह धमाका हो गया. ट्यूशन पढ़ने जा रहे कुछ बच्चे इसकी चपेट में आ गए.

एसपी विवेक राज ने बताया कि पुलिस ने बम को निष्क्रिय नहीं किया था क्योंकि सुरक्षा बल आगे की कार्रवाई के लिए चले गए थे.

इस धमाके में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. 12 लोगों को देओ और औरंगबाद के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. घायलों में से एक ने कुछ घंटों बाद दम तोड़ा. कम से कम पांच और लोगों की हालत काफी चिंताजनक है.

बिहार में शनिवार को विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर का मतदान था. माओवादियों ने मतदान की प्रक्रिया को बाधा पहुंचाने के लिए ही यह बम प्लांट किया था. हालांकि पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्यों एक बम को बिना निष्क्रिय किए थाने में छोड़ दिया गया.

कोई टिप्पणी नहीं: