बिहार विधानसभा चुनावों की मतगणना के आरंभिक दौर के बाद मुख्यमंत्री नीतिश कुमार का गठबंधन स्पष्ट बढ़त बनाता हुआ नज़र आ रहा है. कुल 243 में से 116 सीटों पर जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन आगे है.
मतगणना बुधवार सुबह आठ बजे से शुरु हो चुकी है. लालू प्रसाद यादव का राष्ट्रीय जनता दल और लोकजनशक्ति पार्टी का गठबंधन काफ़ी पीछे दिखाई पड़ रहा है. कांग्रेस और अन्य को भी कुछ सीटों पर बढ़त दिख रही है.
बीबीसी संवाददाता मणिकांत ठाकुर के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि चाहे जद (यू) को अकेले भी बहुमत क्यों न मिले, भाजपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा भाजपा के राज्य अध्यक्ष सी पी ठाकुर ने भी आरंभिक प्रतिक्रिया में कहा है कि जदयू भाजपा हर हाल में साथ रहेंगे और किसी तरह की दरार की बात करना मीडिया की काल्पनिक उड़ान है. इस बार छह चरणों में लगभग 2.9 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाला जो कि 52.65 प्रतिशत है. पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले में ये दस प्रतिशत ज़्यादा है.
पहले दौर का मतदान 21 अक्तूबर को हुआ था जबकि आख़िरी चरण के लिए मत 20 नवंबर को डाले गए थे. अतिरिक्त मुख्य चुनावी अधिकारी ने बताया है कि बांका संसदीय सीट के लिए हुए उपचुनाव के लिए भी मतगणना साथ में हो रही है. मतगणना के लिए कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल से 14वीं बिहार विधानसभा को भंग करने की अनुशंसा करने का फ़ैसला किया है. मतगणना 42 केंद्रों पर हो रही है जहाँ केंद्रीय अर्ध सैनिक बल तैनात किए गए हैं. हर चुनावी क्षेत्र में कुल 14 मेज़ें हैं जहाँ दो अधिकारी तैनात हैं और एक विशेष ऑब्ज़र्वर हैं. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को वरिष्ठ अधिकारियों और चुनाव आयोग अधिकारियों की निगरानी में खोला जा रहा है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर ताज़ा रुझान और नतीजे प्रकाशित होंगे. कुल 3523 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे जिसमें से 308 महिलाएँ थीं. इनमें से 1323 लोगों ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा. कांग्रेस ने सभी 243 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था जबकि बसपा ने 239 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए. जनता दल यू ने 141 तो भाजपा ने 102 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़वाया है. राजद ने 168 तो लोक जनशक्ति पार्टी ने 74 सीटों पर चुनाव लड़ा है.
इन चुनाव परिणामों से यह तय होना है कि जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को सरकार चलाने के लिए दोबारा मौक़ा मिलेगा या फिर राष्ट्रीय जनता दल और लोकजनशक्ति पार्टी का गठबंधन को नई पारी शुरु करने का अवसर मिलेगा. चुनाव के बाद किए गए तीन सर्वेक्षणों में से तीनों का आकलन है कि राज्य में नीतीश कुमार फिर से सरकार का गठन करने जा रहे हैं.
कांग्रेस और बसपा ने भी अपनी पूरी ताक़त झोंकी है लेकिन उनकी भूमिका को लेकर बहुत कयास नहीं लगाए जा रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई थी और राज्यपाल से अनुशंसा करने का फ़ैसला किया कि बुधवार को विधानसभा भंग कर दें. विधानसभा का कार्यकाल बुधवार को ख़त्म हो रहा है. कैबिनट की बैठक में सब राज्य सरकार कर्मचारियों का शुक्रिया अदा किया गया.

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