मध्यावधि चुनावों में डेमोक्रैट्स की हार ! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 4 नवंबर 2010

मध्यावधि चुनावों में डेमोक्रैट्स की हार !

मध्यावधि चुनावों में डेमोक्रैट्स की करारी हार के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है की मतदाता आर्थिक मंदी से उबरने की धीमी गति से निराश है. परिणाम आने के बाद मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा है वे अहम मुद्दों पर रिपब्लिकन के साथ सहमति बनाने का प्रयास करेंगे.
इन चुनावों में रिपब्लिकन ने साठ सीटों पर कब्ज़ा करके प्रतिनिधि सभा या निचले सदन में बहुमत हासिल कर लिया है. लेकिन इस हार के बावजूद सीनेट में डेमोक्रेट्स अपना बहुमत बचाए रखने में सफल रहे हैं.
परिणाम आने के बाद रिपब्लिकन नेताओं ने कहा है कि वे राष्ट्रपति ओबामा की कटौती और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की नीति को वापस पलटने के लिए काम करेंगे. पत्रकारों से हुई बातचीत में राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, "चूंकि अब कमान किसी एक पार्टी के हाथ में नहीं है इसलिए ज़रुरी है कि डेमोक्रैट्स और रिपब्लिकन रोज़गार के अवसर पैदा करने और सुरक्षा जैसे मसलों पर मिलकर काम करें. यही मतदाता का संदेश है." उन्होंने कहा, "यह आसान नहीं होगा. हम हर मतभेद को दूर नहीं कर पाएँगे." राष्ट्रपति ओबामा का कहना था कि प्रगति तो हुई है लेकिन बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है. उनका कहना था, "पिछले दो सालों में हमने प्रगति तो की है लेकिन इसका असर बहुत से लोगों को महसूस नहीं हुआ है और कल के परिणामों से उन्होंने हमें यही बताया है. मैं राष्ट्रपति की तरह इसकी पूरी ज़िम्मेदारी स्वीकार करता हूँ."
अमरीका के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा पर नियंत्रण हासिल कर लेने और उच्च सदन यानी सीनेट में डेमोक्रैट्स का दबदबा कम करने के बाद यह सवाल अहम है कि रिपब्लिकन क्या करेंगे. अब दो बरस पहले जब बराक ओबामा भारी बहुमत से राष्ट्रपति चुने गए थे तो बहुत से विश्लेषक नई रिपब्लिकन पार्टी को इतिहास के पन्नों में डाल चुके थे. लेकिन एक बार फिर लगाम उनके हाथों में है.
माना जा रहा है कि प्रतिनिधि सभा पर कब्ज़े के बाद अब रिपब्लिकन अब उन ज़्यादातर विधेयकों पर अड़ंगा डालेंगे जिन्हें व्हाइट हाउस पारित करवाना चाहेगा. हालांकि वे अपना मनचाहा विधेयक भी सीनेट से पारित नहीं करवा पाएँगे. वे हर संभव कोशिश करेंगे कि वर्ष 2012 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए ओबामा के रास्ते में मुश्किलें पैदा करें और अब उनके पास इसके लिए अवसर भी होगा. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैक्कॉनेल ने कहा, "जो सबसे अहम चीज़ हम हासिल करना चाहेंगे वह यह है कि ओबामा सिर्फ़ एक कार्यकाल वाले राष्ट्रपति रह जाएँ." रिपब्लिकन कह चुके हैं कि वे कोई समझौता नहीं करेंगे और सबसे पहले वे राष्ट्रपति ओबामा के स्वास्थ्य सुधार विधेयक पर पुर्विचार की बात करेंगे.
बहुत से विश्लेषक मानते हैं कि रिपब्लिकन अब डेमोक्रैट्स के साथ मतभेद को एक नए स्तर पर ले जाएँगे. वे जानते हैं कि मतदाताओं ने उन्हें एक अवसर दिया है और यदि वे स्थिति में सुधार नहीं करते हैं तो मतदाता उन्हें भी वैसा ही सबक सिखा सकते हैं जैसा कि उन्होंने मंगलवार को डेमोक्रैट्स को सिखाया है. ऐसे में हो सकता है कि वे डेमोक्रैट्स को कुछ सहयोग तो दें लेकिन इसकी शर्तें बड़ी होंगीं और यह रास्ता डेमोक्रैट्स के लिए, ख़ासकर बराक ओबामा के लिए आसान नहीं होगा.

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