स्कूल में दिव्या के खून के साथ जो दूसरा खून था वो किसी और का नहीं स्कूल प्रबंधक के छोटे बेटे पीयूष का ही था। 27 सितंबर की दोपहर स्कूल की दाई ने दिव्या को घर छोडा, ये कहते हुए कि उसकी तबीयत खराब है। दरअसल, उस समय दिव्या के निजी अंगों से खून निकल रहा था।जिसके बाद उसे अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जल्दबाजी में पडोसी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लेकिन वहां आसपास रहने वाले लोग इस से संतुष्ट नहीं थे। पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगा। सीबीसीआईडी को 13 संदिग्धों की जो डीएनए टेस्ट रिपोट मिली है, उसके अनुसार पीयूष वर्मा ने ही दिव्या से दुष्कर्म किया है।
1 टिप्पणी:
पुलिस के उन अधिकारियों को प्रोसीक्यूट करना चाहिये जिन्होंने पहले पड़ोसी के लड़के को गिरफ्तार किया...
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