झारखंड में आयोजित 34वें राष्ट्रीय खेलों में सेना ने 69 स्वर्ण पदकों के साथ तालिका में पहला स्थान बनाए रखा है, जबकि मणिपुर ने तमाम उतार-चढ़ाव के बाद दूसरा स्थान हासिल किया है।
सेना ने निशानेबाजी के रोइंग, कैनोइंग एवं कयाकिंग में जीते गए 16, एथलेटिक्स के सात और साइकिलिंग के पांच स्वर्ण पदकों के साथ कुल 69 स्वर्ण जीते हैं। इसके अलावा उसके खाते में 50 रजत और 42 कांस्य भी दर्ज हैं। मणिपुर ने अब तक कुल 46 स्वर्ण, 33 रजत और 29 कांस्य के साथ कुल 108 पदक अपने नाम किए हैं। सेना के नाम सर्वाधिक 146 पदक हैं।
महाराष्ट्र ने 38 स्वर्ण के साथ तीसरा स्थान बनाए रखा है। महाराष्ट्र ने 42 रजत और 44 कांस्य भी जीते हैं। हरियाणा 34 स्वर्ण के साथ चौथे क्रम पर है जबकि दिल्ली ने 31 स्वर्ण के साथ पांचवां स्थान बरकरार रखा है। इसमें तैराक ऋचा मिश्रा के 11 और वुशू में जीते गए 10 स्वर्ण शामिल हैं।
सेना ने निशानेबाजी के रोइंग, कैनोइंग एवं कयाकिंग में जीते गए 16, एथलेटिक्स के सात और साइकिलिंग के पांच स्वर्ण पदकों के साथ कुल 69 स्वर्ण जीते हैं। इसके अलावा उसके खाते में 50 रजत और 42 कांस्य भी दर्ज हैं। मणिपुर ने अब तक कुल 46 स्वर्ण, 33 रजत और 29 कांस्य के साथ कुल 108 पदक अपने नाम किए हैं। सेना के नाम सर्वाधिक 146 पदक हैं।
महाराष्ट्र ने 38 स्वर्ण के साथ तीसरा स्थान बनाए रखा है। महाराष्ट्र ने 42 रजत और 44 कांस्य भी जीते हैं। हरियाणा 34 स्वर्ण के साथ चौथे क्रम पर है जबकि दिल्ली ने 31 स्वर्ण के साथ पांचवां स्थान बरकरार रखा है। इसमें तैराक ऋचा मिश्रा के 11 और वुशू में जीते गए 10 स्वर्ण शामिल हैं।
34वें राष्ट्रीय खेलों का समापन शनिवार को होगा। समापन समारोह के दौरान होने वाले रंगारंग कार्यक्रम में सैकड़ों कलाकार झारखण्ड की संस्कृति की झांकी पेश करेंगे। समापन समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन के शिरकत करने की उम्मीद है लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसके लिए रांची नहीं पहुंच सकेंगे। 35वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन केरल में होना है। समापन समारोह के दौरान केरल के 100 कलाकार प्रदेश की झांकी पेश करेंगे। इसमें केरल का पारंपरिक मार्शल आर्ट कल्लारीपायाट्टू खास आकर्षण होगा। इसके अलावा केरल के लोक कलाकार भी इसमें हिस्सा लेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें