पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल मैच देखने मोहाली पहुंचने से पहले राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने 27 वर्षों से जेल में बंद भारतीय नागरिक गोपाल दास की बाकी सजा मानवीय आधार पर माफ कर दी है। राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने बताया कि जरदारी ने दास की बाकी सजा मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए माफ कर दी। गिलानी ने भारत के उच्चतम न्यायालय की अपील को ध्यान में रखते हुए दास की बाकी रह गई सजा माफ करने की सिफारिश की थी। इसके बाद राष्ट्रपति जरदारी ने यह कदम उठाया।
इस महीने की शुरुआत में उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों की खंडपीठ ने पाकिस्तानी सरकार से दास की शेष सजा मानवीय आधार पर माफ करने की अपील की थी। न्यायालय ने दास के भाई आनंद वीर की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह अपील की थी। बाबर ने कहा कि भारतीय मीडिया ने खबर दी थी कि भारत के उच्चतम न्यायालय ने पाकिस्तानी सरकार से यह अपील करके एक अप्रत्याशित कदम उठाया है।
दास के परिजनों का कहना है कि उसे जुलाई, 1984 में उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वह गलती से सीमा के उस पर चला गया था। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार दास को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी और उसे इस साल के आखिर तक रिहा किया जाना था। जरदारी के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने दास को रिहा करने की सिफारिश संबंधी दस्तावेज पर आज दोपहर हस्ताक्षर कर दिया। इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निमंत्रण स्वीकार कर लिया गया। हमारे प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी दोनों देशों के बीच मोहाली में होने वाले क्रिकेट विश्व कप का सेमीफाइनल मुकाबला देखेने के लिए जाएंगे। दोनों देशों के गृह सचिव सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे। कल की बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता की औपचारिक बहाली है। मुंबई हमले के बाद भारत ने समग्र वार्ता स्थगित कर दी थी।
इस महीने की शुरुआत में उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों की खंडपीठ ने पाकिस्तानी सरकार से दास की शेष सजा मानवीय आधार पर माफ करने की अपील की थी। न्यायालय ने दास के भाई आनंद वीर की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह अपील की थी। बाबर ने कहा कि भारतीय मीडिया ने खबर दी थी कि भारत के उच्चतम न्यायालय ने पाकिस्तानी सरकार से यह अपील करके एक अप्रत्याशित कदम उठाया है।
दास के परिजनों का कहना है कि उसे जुलाई, 1984 में उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वह गलती से सीमा के उस पर चला गया था। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार दास को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी और उसे इस साल के आखिर तक रिहा किया जाना था। जरदारी के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने दास को रिहा करने की सिफारिश संबंधी दस्तावेज पर आज दोपहर हस्ताक्षर कर दिया। इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निमंत्रण स्वीकार कर लिया गया। हमारे प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी दोनों देशों के बीच मोहाली में होने वाले क्रिकेट विश्व कप का सेमीफाइनल मुकाबला देखेने के लिए जाएंगे। दोनों देशों के गृह सचिव सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे। कल की बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता की औपचारिक बहाली है। मुंबई हमले के बाद भारत ने समग्र वार्ता स्थगित कर दी थी।
2 टिप्पणियां:
बेचारा 27 साल तक इतनी यातना भुगतता रहा.
वो भी केवल इस बात के लिये की गलती से उस पार निकल गया.
27 साल जेल मे रहकर उसकी पूरी जिँदगी बर्बाद हो गयी
और अब ये कहना की जरदारी ने सजा माफ कर दी . बड़ा हास्यास्पद लगता है.
अरे भाई 27 साल तो उसने सजा भुगत ही ली अब उसमे माफ करने को क्या रह गया.
अब उस हरामी जरदारी को क्या कहे.
भारत कितना महान है?
बेचारा एक भारतीय गलती से सीमा पार पाकिस्तान चला गया .तो उस बेचारे को उन हरामी पाकिस्तानियो ने 27 साल जेल मे बंद रखा.
और भारत मे 6 करोड़ बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अवैध रुप से बड़े मजे से रह रहे है.
और उनको धीरे धीरे भारतीय नागरिकता प्रदान की जा रही है.
वाह !!! कितना महान है हमारा हिँदुस्तान
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