यह संसार ऐसे ही लोगो से भरा पड़ा है जो स्वयं को नही
सुधारते पर दूसरो को सुधारने का दम भरते है। जब तक हम
अपना आत्म मूल्यांकन नही कर लेते तब तक सालो साल
हमारे अन्दर कोई बदलाव नही होगा। आत्म सुधार बहुत
आवश्यक है क्योकि यदि हम स्वयं को सुधार लेते है तो
अपने उदाहरणों से हजारो व्यक्तियों को सुधार सकते है।
(श्री परमहंस योगानंद)
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