जूते-चप्पल बनाने की फैक्ट्री में लगी भयानक आग ने 10 लोगों की जान ले ली। इस घटना में और लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। इतना ही नहीं, करोड़ों रुपयों का माल जलकर खाक हो गया। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री से बाहर निकलने के दरवाजों पर ताले लगाए गए थे, जिस कारण इतनी बड़ी संख्या में जानें गईं। फायर सेफ्टी के नियमों के उलट इस फैक्ट्री में पानी का कोई स्टोरेज भी नहीं था। अडिशनल पुलिस कमिश्नर (वेस्ट) वी.रंगनाथन के मुताबिक, पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 304ए और 336 के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि हादसा शॉर्ट सर्किट से हुआ।
घटना पश्चिमी दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में हुई। उद्योग नगर के एच-9 में जूते-चप्पल बनाने की फैक्ट्री में बुधवार शाम 7 बजे अचानक आग लग गई। आग फैक्ट्री के पिछले हिस्से में लगी। चश्मदीदों के मुताबिक, आग की शुरुआत पैकिंग यूनिट से हुई। इसने कुछ ही सेकंड में पूरे थर्ड फ्लोर को चपेट में ले लिया। इस फ्लोर पर उस वक्त कई मजदूर काम कर रहे थे। आग लगने पर दरवाजे नहीं खुले, क्योंकि बाहर से ताले लगाए गए थे। उस वक्त मौके पर मौजूद लोगों ने इस फ्लोर से निकलती दिल दहला देने वाली चीखें सुनी, लेकिन कोई भी मदद करने की स्थिति में नहीं था।
तीसरी मंजिल से नीचे वाले फ्लोर पर काम कर रहे मजदूरों को बाहर निकलने का मौका मिल गया। घटना के तुरंत बादफायर ब्रिगेड को खबर कर दी गई थी। रात 7:45 बजे दमकल विभाग की गाडि़यां मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग लगने की जगह तक पहुंचने में उन्हें खासी दिक्कत हुई। मरने वालों में किसी की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि इस फैक्ट्री के मालिक नरेंद्र सिंघला हैं। आरोप है कि इस फैक्ट्री में फायर सेफ्टी के नियमों की अवहेलना की गई थी और मजदूरों को अंदर बंद कर बाहर से ताले लगा दिए गए थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें