पटना विश्वविद्यालय में चीनी भाषा की पढाई. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 2 मई 2011

पटना विश्वविद्यालय में चीनी भाषा की पढाई.


 चीन के एक विश्वविद्यालय ने राज्य के पटना विश्वविद्यालय में एक अध्ययन केंद्र खोलने का प्रस्ताव रखा है। अब चीनी भाषा सीखने के लिए बिहार के छात्रों को राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


पटना विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि चीन के विश्वविद्यालय ने पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डा़ सुदिप्तो अधिकारी को एक पत्र लिखकर एक अध्ययन केंद्र खोलने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए पांच वर्ष का करार होगा। पटना विश्वविद्यालय ने इसके लिए कार्य भी प्रारंभ कर दिया है।

फरवरी में काउंसिल जनरल पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना विश्वविद्यालय के अधिकारी जैंग जिलांग आए थे। उस समय ही चाइना विश्वविद्यालय और पटना विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक विकास और संस्कृति के आदान-प्रदान पर चर्चा हुई थी। इसके अलावा शोध विषयों को लेकर भी दोनों विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई थी। कुलपति अधिकारी का कहना है कि अध्ययन केंद्र खोलने के लिए चाइना विश्वविद्यालय द्वारा सारी जानकारियां मांगी गईं हैं। इसके लिए निदेशक की भी खोज की जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: