भारतीय फिल्म जगत को लोग मायानगरी कहते हैं। इसके बारे में कहा जाता है कि जितनी सुंदर यह दिखायी पड़ती है। उतनी ही भयानक ये असलियत में हैं। यहां केवल वो ही अपने पैर जमा सकता है जिसके पास अपना कोई गॉड फादर हो अन्यथा उसे समझौते करने पड़ते हैं। आज चारों ओर उस गुमनाम सितारे की बातें हो रही है जिसका नाम राज किरण हैं। पिछले बीस सालों से वो कहां था यह जानने की कोशिश किसी ने नहीं की है।
हिंदी फिल्मों में कभी साइड हीरो तो कभी खलनायक के रूप में नजर आये राजकिरण का कोई भी गॉड फादर हिदी सिने जगत में नहीं था। उनका बेहद ही संघर्ष पूर्ण जीवन रहा, हालांकि उन्हें कुछ खास मौके मिले जिन्हें उन्होंने भरपूर भूनाया भी। अर्थ, बसेरा और कर्ज उन्हीं मौकों की देन हैं। लेकिन जिसके पास प्रतिभा होती है उसे अगर मौका और उसकी मेहनत का फल ना मिले तो वो व्यक्ति अवसाद ग्रस्त हो ही जाता है। राजकिरण भी उसी बात का नतीजा है।
लगातार फिल्मों में काम करते रहने के बाद भी राज किरण को टॉप पोजिशन नहीं मिल पाया, जिसके चलते उन्होंने व्यापार में हाथ आजमाने की कोशिश की। लेकिन कहते हैं ना जब वक्त बुरा होता है तो कोई भी साथ नहीं देता। राज के साथ भी वो ही हुआ । फिल्मी जानकारों के मुताबिक राज को व्यापार में भी काफी नुकसान हुआ। जिसके बाद वो शारीरिक रूप से बीमार रहने लगे। परिवार ने भी उनका साथ छोड़ दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि रूपहले पर्दे पर खूबसूरत मुस्कान बिखेरने वाला एक फिल्मी सितारा अटलांटा के पागलखाने में अपने दिन गुजार रहा है। दुर्गति का आलम यह है कि खुद मजूरी करता है तब दवाई खरीदता है। भरा पूरा परिवार होने के बाद भी वो आज भी तन्हा है। और वक्त ने राज किरण को ना तो राज ही बक्शा और ना ही किरण के रूप में कोई रोशनी। राजकिरण के बारे में ऋषि कपूर ने खुलासा किया है कि वह अटंलाटा में हैं, उनका मानसिक स्तर ठीक नहीं है । उनका इलाज एक अस्पताल में चल रहा है जहां वो मजूरी करके अपने दिन गुजार रहे है। पिछले काफी समय से लापता राज किरण को लोगो ने मृत समझ लिया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें