लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन को अलोकतांत्रिक करार देते हुए प्रधानमंत्री को एक ईमादार व्यक्ति बताया है। एक समाचार चैनल से बातचीत में चटर्जी ने कहा, 'इस तथाकथित जन आंदोलन से यदि सरकार गिर जाती है तो क्या होगा? चुनाव होंगे और सरकार बनाना विपक्ष पर निर्भर होगा। क्या उन्होंने जन लोकपाल विधेयक को पारित करने का वादा किया है और क्या वे ऐसा कर सकते हैं?'
अन्ना हजारे और उनके समर्थकों के आंदोलन को 'अलोकतांत्रिक' बताते हुए उन्होंने कहा, 'मेरे विचार से, जो मैंने समझा है, प्रधानमंत्री ईमानदार व्यक्ति हैं। यह कहना कि उन्हें भ्रष्टाचार नियंत्रित करना चाहिए, यह लोकतांत्रिक मांग नहीं है। मेरे हिसाब से यह अलोकतांत्रिक है।' अन्ना हजारे के समर्थकों द्वारा जन लोकपाल विधेयक पारित करवाने के लिए 30 अगस्त तक की तारीख तय किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, 'आप समय सीमा कैसे तय कर सकते हैं। वे किस आधार पर समय सीमा निर्धारित कर रहे हैं।'

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