
कपिल देव ने मौजूदा इंग्लैंड दौरे में थकान और चोटों से जूझ रहे भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से अपील की है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में देश को नहीं भूलना चाहिए।अपनी कप्तानी में भारत को पहला विश्व कप खिताब दिलाने वाले कपिल ने कहा कि पैसा खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। धन कमाना कोई गलत बात नहीं है लेकिन भारतीय टीम के खिलाड़ियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इस चक्कर में वह अपनी फिटनेस से खिलवाड़ न करें क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है।
कपिल ने भारतीय तेज गेंदबाजों से कहा कि आप ड्रेसिंग रूम में बैठकर, कम्प्यूटर के सामने बैठकर या फिर टीवी देखकर क्रिकेटर नहीं बन सकते। इसके लिए अपने बेसिक्स मजबूत करने, जमकर प्रशिक्षण करने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है। आप अभ्यास के दम पर ही लंबे समय तक टिक सकते हैं। भारत के लिए खेलना मुश्किल बात नहीं है लेकिन सवाल यह है कि क्या आप 10 साल तक खेल सकते हैं। इसके लिए आपको कड़े परिश्रम की जरूरत है।
कपिल ने इंग्लैंड दौरे में टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के लिए कोच डंकन फ्लेचर को जिम्मेदार मानने से इनकार करते हुए कहा कि मैं इस झमेले में नहीं पड़ना चाहता कि कौन सा कोच अच्छा और कौन बुरा है। जब गैरी कर्स्टन टीम के कोच थे तो हर कोई उन्हें बहुत अच्छा कोच बताता था। उन्होंने कहा कि उन्होंने टीम को जो बेसिक्स सिखाए होंगे वो अब भी टीम के साथ होंगे तो फिर उनके जाते ही टीम क्यों बुरी तरह लड़खड़ा गई इसलिए यदि कर्स्टन ने टीम के शानदार प्रदर्शन में कोई भूमिका नहीं निभाई तो टीम के खराब प्रदर्शन के लिए फ्लेचर को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
1 टिप्पणी:
सार्थक पोस्ट हमारे लोगों को तो बस बहाना ही चाहिए होता है कि कब मौका मिले और हम अपना इल्ज़ाम दूसरे के माथे मढ़ दें...कोच कि बात कह कर यह बात और साफ करदी गई है...
कभी समय मिले आपको तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://mhare-anubhav.blogspot.com
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