सातवें दिन भी संसद की कार्यवाही स्थगित. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 नवंबर 2011

सातवें दिन भी संसद की कार्यवाही स्थगित.


मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई)की इजाजत देने के सरकार के फैसले के खिलाफ बुधवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा,जिसकी वहज से कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित हो गई। 

बुधवार सुबह जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही आरम्भ हुई वैसे ही विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ताधारी गठबंधन के कुछ सहयोगी दलों ने भी एफडीआई के मुद्दे पर हंगामा आरम्भ कर दिया। हंगामा जारी रहता देख दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोबारा जब सदन की कार्यवाही आरम्भ हुई स्थिति पूर्ववत बनी रही और हंगामा जारी रहा। इसकी वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल सरकार द्वारा इस क्षेत्र में एफडीआई को दी गई अनुमति वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

विपक्षी दलों के साथ ही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में शामिल तृणमूल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) जैसे घटक दलों ने भी इस निर्णय को वापस लेने की सरकार से मांग की है। यही नहीं कांग्रेस के अंदर भी इस मुद्दे पर मतभेद खुल कर सामने आ गए हैं। केरल कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश चेन्निथला और कांग्रेस सांसद संजय सिंह ने खुलकर इसका विरोध किया है।


विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण बुधवार को लगातार सातवें दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बिना किसी काम काज के स्थगित हुई। संसद के इस सत्र में अभी तक एक भी दिन प्रश्नकाल नहीं चल सका है। बुधवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा, जिसकी वहज से कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित हो गई।

बुधवार सुबह जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही आरम्भ हुई वैसे ही विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ताधारी गठबंधन के कुछ सहयोगी दलों ने भी एफडीआई के मुद्दे पर हंगामा आरम्भ कर दिया। हंगामा जारी रहता देख दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोबारा जब सदन की कार्यवाही आरम्भ हुई स्थिति पूर्ववत बनी रही और हंगामा जारी रहा। इसकी वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल सरकार द्वारा इस क्षेत्र में एफडीआई को दी गई अनुमति वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

विपक्षी दलों के साथ ही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में शामिल तृणमूल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) जैसे घटक दलों ने भी इस निर्णय को वापस लेने की सरकार से मांग की है। यही नहीं कांग्रेस के अंदर भी इस मुद्दे पर मतभेद खुल कर सामने आ गए हैं। केरल कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश चेन्निथला और कांग्रेस सांसद संजय सिंह ने खुलकर इसका विरोध किया है। विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण बुधवार को लगातार सातवें दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बिना किसी काम काज के स्थगित हुई। संसद के इस सत्र में अभी तक एक भी दिन प्रश्नकाल नहीं चल सका है।

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