प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कहना है कि भारत को वैज्ञानिक अनुसंधान एवं विकास पर खर्च को 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक बढ़ाकर जीडीपी का कम से कम दो प्रतिशत करना चाहिए जो कि वर्तमान में करीब एक प्रतिशत है।
भुवनेश्वर में ऑल इंडिया साइंस कांग्रेस में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को वैज्ञानिक अनुसंधान एवं विकास में उद्योगों को शामिल करके इस क्षेत्र में निवेश में बढ़ोतरी सुनिश्चित करनी चाहिए। अनुसंधान में सार्वजनिक-निजी साझेदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान लोगों के लिए खाद्य, उर्जा एवं जल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में होने चाहिए।

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