अमेरिकी खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि चीन को लेकर भारत की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। अधिकारी के मुताबिक चिंता की वजह से ही चीन से लगी सीमा पर जंग की आशंका के मद्देनजर भारत अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है।
अमेरिका के नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर ने कहा, 'सार्वजनिक तौर पर भले ही भारत और चीन के बीच तनाव की बात को दबाया जा रहा हो, लेकिन हमारा मानना है कि हिंद महासागर और एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख से भारत की परेशानी बढ़ रही है।'
क्लैपर ने सेनेट की खुफिया मामलों को देखने वाली समिति के सामने पेश होकर यह बात कही। क्लैपर ने कहा, 'भारतीय सेना को लगता है कि भारत और चीन के बीच बड़ी जंग नहीं होगी लेकिन भारतीय सेना विवादित सीमा से सटे इलाकों में हल्की जंग के लिए खुद को तैयार कर रही है।' क्लैपर ने कहा, '2010 की तुलना में 2011 में चीन ने अपनी आक्रामकता में थोड़ी कमी लाई। लेकिन ऐसे रवैये को हवा देने वाले कारक चीन के भीतर और बाहर अब भी मौजूद हैं। भले ही चीन ने पड़ोसियों और दुनिया के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते बनाने की बात अपनी विदेश नीति में कही है, लेकिन अगर चीन को लगा कि उसकी सार्वभौमिकता या राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है तो वह कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा।'
कुछ दिन पहले ही खुलासा हुआ था कि भारत के साथ सीमा विवाद को निपटाने के लिए 15 वें दौर की बातचीत के दौरान चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर दावा पेश करते हुए इसके टुकड़े करने की बात कही थी। हालांकि, दोनों देशों ने सार्वजनिक तौर पर बातचीत को काफी अच्छा और भविष्य में बेहतर नतीजे देने वाला बताया था। चीन हिंद महासागर में अपने जहाजों के जरिए जासूसी भी कर रहा है। इसके अलावा श्रीलंका और बांग्लादेश को सहयोग के बहाने बंदरगाह बना रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान में भी बड़ी तादाद में उसके सैनिक मौजूद हैं। भारत से सटी सीमा पर चीन सड़कों और बांधों का निर्माण भी तेजी से कर रहा है।
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