पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री ने कहा है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर महाशतक भूल ही जाएं तो अच्छा होगा. पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री ने सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की उपलब्धि को दिमाग से निकालकर अपने खेल के प्रति पूरी ईमानदारी बरतने की सलाह दी है.
तेंदुलकर ने आस्ट्रेलियाई दौरे में सात अंतरराष्ट्रीय मैचों में 32 की औसत से रन बनाये हैं लेकिन इसके बावजूद शास्त्री यह मानने को तैयार नहीं है कि यह स्टार बल्लेबाज फार्म में नहीं है. उन्होंने सचिन से गेंदबाजों पर प्रहार करने की अपील की है.
शास्त्री ने कहा, ‘‘यदि वह अपनी उपलब्धि के बारे में सोचना बंद कर दे और केवल अपनी लय बरकरार रखकर बल्लेबाजी करे तो अच्छा रहेगा. ’’शास्त्री ने मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में तेंदुलकर की बल्लेबाजी में बदलाव देखा था. उन्होंने आसानी से अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद काफी रक्षात्मक हो गये थे. उन्होंने कहा, ‘‘एमसीजी पर दिन के आखिरी दस मिनट में वह बहुत अधिक सतर्क हो गये थे जिसका मतलब था कि उन्होंने अपना खेल बदला था और वह उस तरह से नहीं खेल रहे थे जैसे 70 रन तक पहुंचने तक खेल रहे थे. इससे वह आउट हो गये.’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘माइकल क्लार्क की गेंद टर्न होते हुए उनके बल्ले का किनारा लेकर चली गयी. दूसरा कोई दिन होता तो वह क्लार्क पर आक्रामक रवैया अपनाते. हमने तेंदुलकर को इस तरह से आउट होते हुए बहुत कम देखा है. फिर से महाशतक के करीब पहुंचने पर ऐसा हुआ.’’

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