उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) को मिले प्रचंड बहुमत के बावजूद निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल का सदस्य बनना लगभग तय माना जा रहा है। आगामी 15 मार्च को अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री पद की शपथ के लेने के साथ कई अन्य विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। सपा के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से बताया, "राजा भैया पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी हैं। अमर सिंह के पार्टी से जाने के बाद सपा से अपनी निष्ठा बनाए रखने के कारण मुलायम से उनका रिश्ता और मजबूत हो गया है। ऐसे में पूर्ण बहुमत वाली इस सपा सरकार में राजा भैया का मंत्री बनना तय है।"
प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियस से करीब 80 हजार मतों से जीत दर्ज करने वाले राजा भैया के शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर आयोजित सपा विधायक दल की बैठक में शिरकत करने से इस बात को और बल मिलता दिख रहा है। निर्दलीय विधायक के तौर पर राजा भैया को मुलायम सिंह साल 2005 में अपनी सरकार में मंत्री बना चुके हैं। विभिन्न मौकों पर लगातार वह सपा के मंच पर मुलायम सिंह के साथ देखे जाते हैं। राजा भैया को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की सम्भवनाओं को सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भी खारिज नहीं किया। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "आधिकारिक रूप से इस बारे में अभी मेरा कुछ कहना उचित नहीं होगा। अगले कुछ दिन इंतजार कर लीजिए।" मालूम हो कि राजा भैया ने वर्ष 1993 में हुए विधानसभा चुनाव से कुंडा की राजनीति में कदम रखा था और तब से वह लगातार अजेय बने हुए हैं।
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