देश में मध्यावधि चुनाव के स्वर गूंजने लगे हैं. भारतीय जनता पार्टी की नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा है कि देश मध्यावधि चुनाव की तरफ बढ़ रहा है. सुषमा का कहना है कि केंद्र सरकार अल्पमत वाली सरकार है जो कभी भी गिर सकती है. उन्होंने कहा कि भजपा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है.
सुषमा स्वराज ने यह बात मध्य प्रदेश के देवास में शनिवार 24 मार्च को कही जहां वह उत्तराखंड के बीजेपी नेताओं के साथ पहुंची थीं. सुषमा ने कहा कि उनकी पार्टी ने लोकपाल पर तीन मुद्दे रखे हैं जिन पर वह किसी भी तरह से समझौता नहीं करेगी.
उत्तराखंड में चल रही राजनीतिक गतिविधियों पर सुषमा ने कहा कि राज्यसभा और स्पीकर के चुनाव के बाद स्थिति साफ हो पाएगी कि उत्तराखंड में क्या होगा. जब भाजपा नेता से पूछा गया कि उत्तराखंड के नेता देवास में क्या कर रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि पार्टी के ये सभी विधायक उज्जैन महाकाल के दर्रन करने आए हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर में दर्शन करने की कोई भी मनाही नहीं है. ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव ने भी मध्यावधि चुनाव की बात कही थी. मुलायम ने मध्याविध चुनावों की आशंका जाहिर करते हुए उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार को निर्देश दिया था कि वह एक साल के अंदर अपने घोषणा पत्र के सारे वादे पूरे कर ले क्योंकि इस बात का कोई भरोसा नहीं कि 2014 के लोकसभा चुनाव कब हो जाएं.
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने यह बात लखनऊ के गोमती नगर स्थित लोहिया पार्क में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कही थी. एक तरफ जहां विपक्षी दल मध्यावधि चुनाव की बात कर रहे हैं वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन ख़बरों का ज़ोरदार शब्दों में खंडन किया है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने दिल्ली में संवाददाताओं से शुक्रवार को कहा कि मध्यावधि चुनाव की संभावना दूर दूर तक नहीं है. उन्होंने कहा कि कहा कि अस्थिरता या अनिश्चितता का माहौल बनाने से कोई फायदा नहीं है.
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