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शनिवार, 7 अप्रैल 2012

बुखारी ने रखी शर्त, आजम को लताड़ा


जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एसपी चीफ मुलायम सिंह यादव के सामने एक शर्त रखी है। बुखारी ने कहा है कि वह एसपी से 3 मुसलमानों को विधान परिषद भेजने पर ही मानेंगे। बुखारी ने समाजवादी पार्टी (एसपी) पर मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप लगाकर अपने दामाद उमर अली खान की विधान परिषद की उम्मीदवारी के लिए इनकार कर दिया था। एसपी आलाकमान के सामने यह शर्त रखने के साथ ही बुखारी ने पार्टी के मुस्लिम चेहरे और अखिलेश यादव सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खान पर जमकर निशाना साधा है। शाही इमाम ने कहा, 'मैंने अपने दामाद की उम्मीदवारी वापस की है क्योंकि मुसलमानों को उनका वाजिब हक एसपी ने नहीं दिया है। मुलायम सिंह का फोन आया था और मैंने उनसे कह दिया है कि विधान परिषद के 7 उम्मीदवारों में 3 मुसलमान होने चाहिए और इसके बाद मैं झुकूंगा।' 

यह पूछे जाने पर कि अगर एसपी उनकी शर्त नहीं मानती तो क्या वह इस पार्टी से नाता तोड़ लेंगे, उन्होंने कहा, 'अभी उनको फैसला करने दीजिए। अगर वे नहीं मानते हैं तो आगे फैसला मैं जरूर सुनाऊंगा।' गौरतलब है कि बुखारी ने शुक्रवार को मुलायम को लेटर लिखकर उमर की उम्मीदवारी को वापस करने की जानकारी दी थी। एसपी की ओर से विधान परिषद के सात नामों का ऐलान किया गया है, उनमें एक नाम उमर अली खान का भी था। वैसे विधानसभा चुनाव में उमर सहारनपुर की बेहट सीट से एसपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 

बुखारी ने कहा, 'मैं मुलायम सिंह यादव का सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने मुसलमानों के लिए जो वादे किए थे, वे पूरे होने चाहिए। मंत्रिमंडल के गठन, राज्यसभा और अब विधान परिषद में मुसलमानों को वाजिब हिस्सेदारी नहीं दी गई। अगर एसपी तीन मुसलमानों को विधान परिषद नहीं भेजती है तो मेरा दामाद किसी भी सूरत में नामांकन दाखिल नहीं करेगा।' अटकलें थीं कि बुखारी की नाराजगी की असल वजह उनके भाई याहया बुखारी को राज्यसभा नहीं भेजा जाना है। इस पर बुखारी ने कहा, 'ये बातें पूरी तरह बेबुनियाद हैं। मैंने कभी अपने परिवार के लोगों के लिए राज्यसभा की सीट नहीं मांगी। राज्यसभा के उम्मीदवारों के चयन से पहले मुलायम ने मुझसे कहा था कि आप कोई नाम सुझाना चाहते हैं तो मैंने इनकार कर दिया।' 

मुलायम का सम्मान करने की बात करने वाले बुखारी ने आजम खान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'यह शख्स (आजम) खुद का दुश्मन है और मुसलमानों का भी दुश्मन है। आप पार्टी के भीतर पता कर लीजिए, ज्यादातर विधायक और नेता उनसे खुश नहीं हैं। इससे मुसलमानों का नुकसान हो रहा है।' इस बीच, दिल्ली में एसपी का कोई नेता इस मामले पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है, क्योंकि यह मसला सीधे एसपी सुप्रीमो और बुखारी के बीच का है। एसपी के एक सीनियर नेता ने कहा, 'बुखारी साहब को कोई शिकायत है तो उन्हें सीधे नेताजी से बात करनी चाहिए। आजम खान पर निशाना साधना दुर्भाग्यपूर्ण है।'


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