12 साल में 12 वीं पास हुआ बिहारी बालक. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 30 मई 2012

12 साल में 12 वीं पास हुआ बिहारी बालक.


बिहार के साढ़े 12 साल के सत्यम ने सबसे कम उम्र में न केवल 12वीं की परीक्षा पास की, बल्कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (आईआईटी-जेईई) की इस साल की परीक्षा भी पास कर ली। बिहार में भोजपुर जिले के बखोरापुर गांव के 12 साल छह महीने के सत्यम को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत अंक मिले हैं। इसके साथ ही वह सबसे कम उम्र में 12वीं पास करने वाले छात्र हो गए हैं। सत्यम के चाचा रामपुकार सिंह ने आईएएनएस से फोन पर कहा, "सीबीएसई के अधिकारियों ने हमें बताया कि सत्यम 12वीं की परीक्षा पास करने वाले सबसे कम उम्र के छात्र हैं। हम उसकी सफलता से बहुत खुश हैं। यह हमारे परिवार, गांव तथा राज्य के लिए गर्व की बात है।"

सत्यम ने आईआईटी-जेईई की परीक्षा भी मुम्बई जोन से पास कर ली है। उन्हें 8,137वां रैंक मिला है। लेकिन वह किसी आईआईटी संस्थान में दाखिला नहीं लेंगे, बल्कि अगले साल और बेहतर रैंकिंग के लिए परीक्षा देंगे, जिसकी तैयारी में वह अभी से जुट गए हैं। उधर, सत्यम के गांव में भी खुशी का माहौल है। लोग मिठाइयां बांटकर और पटाखे जलाकर अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं। सत्यम के किसान पिता सिद्धनाथ सिंह बेटे की उपलब्धि से खुश हैं। उन्होंने कहा कि उनका बेटा बचपन से ही होनहार है। सत्यम इस वक्त राजस्थान के कोटा शहर में आईआईटी-जेईई के कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहे हैं। वह वहां अपने छोटे भाई और चाचा के साथ रहते हैं। सत्यम ने कोटा के ही मॉर्डन स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास की है।

कोई टिप्पणी नहीं: