टीम अन्ना लोगों की बेरुखी से परेशान. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

टीम अन्ना लोगों की बेरुखी से परेशान.


जंतर-मंतर पर टीम अन्ना के समर्थन में बेहद कम भीड़ देखकर अब यह सवाल उठने लगा है कि यह अनशन इसबार कितने दिन चलेगा। टीम अन्ना भी लोगों की बेरुखी से परेशान है। हालांकि, अन्ना हजारे ने शुक्रवार को इस पर कहा कि वह कम भीड़ को लेकर परेशान नहीं हैं। उन्होंने साफ किया टीम अन्ना कोई पार्टी भी नहीं बनाने जा रही है। 

बाबा रामदेव टीम अन्ना के समर्थन में जंतर-मंतर जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने अन्ना आंदोलन पर सवाल उठा दिए हैं। रामदेव ने हालांकि दावा किया कि 9 अगस्त से शुरू होने जा रहे उनके आंदोलन का हश्र ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उनके एक करोड़ से ज्यादा समर्पित कार्यकर्ता हैं।

टीम अन्ना के अनशन के तीसरे दिन अब भीड़ जुटाने के लिए रामदेव का सहारा लिया जाएगा। रामदेव आज दोपहर करीब 3 बजे जंतर-मंतर पहुंचकर अन्ना के आंदोलन को समर्थन देंगे। बाबा रामदेव आज अगर भीड़ जुटाते हैं, तो टीम अन्ना का हौसला कुछ बढ़ सकता है। लेकिन इसी के साथ बाबा रामदेव का रोल भी तय हो जाएगा। टीम अन्ना की नजर वीकेंड की भीड़ पर भी है। खास बात यह है कि इस बार अन्ना के समर्थन में गांवों से तो लोग आ रहे हैं, लेकिन यूथ गायब है।

दूसरे ही दिन अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया का शुगर और ब्लड प्रेशर गिरने से भी मामला गड़बड़ा रहा है। दूसरे तरफ टीम अन्ना को उम्मीद के मुताबिक समर्थन न मिलने का असर चंदे पर भी दिख रहा है। टीम अन्ना को दो दिन में महज तीन लाख का चंदा मिला है। पिछली बार इससे कई गुना ज्यादा चंदा इकट्ठा हो गया था। भीड़ क्यों नहीं आ रही, इस पर टीम के अंदर काफी माथापच्ची हो रही है। लेकिन यह समझ में नहीं आ रहा है कि पब्लिक का समर्थन कैसे बढ़ाया जाए। सरकार और सिस्टम पर कई तरह के अटैक के बीच अन्ना हजारे द्वारा सीधे किसी का नाम लेने से बचना, यह सब मतभेद का मेसेज दे रहा है।

अन्ना ने गुरुवार को राष्ट्रपति बन गए प्रणव मुखर्जी को शुभकामनाएं भी दे दीं। सूत्रों के मुताबिक अन्ना से रात में कहा गया कि वह भीड़ बढ़ाने के लिए कुछ करें। वहीं खतरा यह है कि अन्ना भी यदि अनशन पर बैठ जाएं और भीड़ न बढ़े, तो क्या होगा? इन सब कारणों से टीम अन्ना के लोग दुविधा में हैं।  

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