कृषि विकास के लिए दूसरी हरित क्रांति जरूरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 3 अक्टूबर 2012

कृषि विकास के लिए दूसरी हरित क्रांति जरूरी


 राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी बुधवार को अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर पटना पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे मुखर्जी ने बिहार के कृषि रोडमैप का उद्घाटन किया और साथ ही जोर देकर कहा कि देश में कृषि के विकास के लिए दूसरी हरित क्रांति आवश्यक है। पटना में बिहार कृषि रोड मैप का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि में किसानों को मुनाफा कैसे हो, इस पर अध्ययन होना चाहिए। उन्होंने बिहार आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बिहार की सभ्यता काफी पुरानी है और यहां आकर उन्हें प्रसन्नता हो रही है। 

उन्होंने कृषि के लिए महत्वपूर्ण योजना बनाने के लिए बिहार सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सहकारिता के माध्यम से किसानों को कई जगहों पर लाभ पहुंचाया गया है। उन्होंने कृषि के विकास के लिए दूसरी हरित क्रांति को आवश्यक बताया। कार्यक्रम के दौरान कृषि रोड मैप पर आधारित एक वृत्तचित्र को भी राष्ट्रपति को दिखाया गया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि उनका आर्शीवाद और मार्गदर्शन बिहार को मिलता रहेगा। उन्होंने कृषि रोड मैप की विस्तृत जानकारी राष्ट्रपति को दी। उन्होंने समारोह में बिहार के विशेष राज्य की मांग को दोहराते हुए कहा कि बिहार का विकास तभी तेज हो सकता है जब इस राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाए। 

इस मौके पर मुख्यमंत्री कृषि रोड मैप पर अगले पांच वर्ष में 1.50 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इस कृषि रोड मैप का लक्ष्य केवल उत्पादन में वृद्घि करना ही नहीं है बल्कि इसमें खाद्यान्न सुरक्षा, पोषण सुरक्षा, कृषि विकास का समावेशी मानवीय आधार तथा महिलाओं की व्यापक भागीदरी के अलावे किसानों की आमदनी में वृद्घि, रोजगार का सृजन तथा मजदूरों के पलायन पर रोक और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और उपयोग को शामिल किया गया है। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल देवानंद कुंवर, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित सभी मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे। समारोह में राज्य के चुनिन्दा 1000 किसानों ने भी भाग लिया। 

मुख्यमंत्री आवास में आयोजित भोज में शामिल होने के बाद विशेष हेलीकॉप्टर से राष्ट्रपति दरभंगा के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति ने वहां ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में भाग लिया तथा पांच उत्कृष्ट छात्रों को पदक प्रदान किया। दीक्षांत समारोह में कुल 1298 विद्याार्थियों को उपाधियां दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति वापस पटना लौट गए। राष्ट्रपति राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे।

इसके पूर्व करीब 12 बजे राष्ट्रपति वायु सेना के विशेष विमान से पटना हवाई अड्डा पहुंचे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। हवाई अड्डे पर खुद मुख्यमंत्री ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति गुरुवार की सुबह मुंबई के लिए रवाना हो जाएंगे। ज्ञात हो कि राष्ट्रपति चुनाव में जनता दल (युनाइटेड) ने मुखर्जी का समर्थन किया था और साथ ही उनसे आग्रह किया था कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे पहले बिहार का दौरा करें।

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