सूबे में जब हमारी सरकार थी, तो जनता का राज था। उस समय गरीब-गुरबा भी बीडीओ-सीओ से सीधे बात करते थे और अपना काम कराते थे। आज सूबे में अफसरशाही है। काम की बात तो दूर अधिकारियों के समक्ष जनता बोल भी नहीं पाती है और इसे ही नीतीश कुमार सुशासन कहते हैं। हमारे शासन में बो स्लेट लेकर स्कूल जाते थे, नीतीश कुमार के शासन में प्लेट लेकर स्कूल जाते हैं. साइकिल व पोशाक केंद्र सरकार की योजनाएं हैं, लेकिन नीतीश कुमार वाहवाही लूट रहे हैं. जस समय हमारी सरकार थी, आलू दो रुपये किलो था. आज वही आलू 16 रुपये किलो है. लालू का राज जनता का राज था. गरीब भी छाती तान कर चलता था. फरियाद लेकर बीडीओ तक पहुंच जाते थे. आज गरीबों का कोई सुननेवाला नहीं है. चारों तरफ अफसरशाही व भ्रष्टाचार का बोलबाला है. उन्होंने जनता को मालिक बताते हुए कहा कि अगर पिछले दिनों हमारे किसी भी कार्यकर्ता से कोई गलती हुई हो, तो हम उसे मन से निकाल देंगे |
ये बातें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को परिवर्तन यात्रा के तहत बेगूसराय के आइटीआइ मैदान पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि आज हर तरफ भ्रष्टाचार है। लोगों को आय व जाति प्रमाण पत्र बनवाने में भी घूस देना पड़ता है। विकास का ढिंढोरा पीटने वाले नीतीश कुमार पुस्तकालय की बजाय हर पंचायत में दारू की दुकान खुलवा रहे हैं। जिसका कुप्रभाव समाज पर पड़ रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गर्भाशय निकाल कर सरकारी पैसों की लूट की जा रही है। शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गयी है नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव को ले विशेष राज्य के दर्जे का नाटक कर रहे हैं। धर्म निरपेक्षता की बात करने वाले नीतीश कुमार भाजपा व आरएसएस की गोद में बैठे हैं। आज जब भाजपा हुंकार रैली में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को लाने की बात कर रही है तो उनके पेट में दर्द हो रहा है। उपस्थित जनसमूह से उन्होंने राज्य की नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने व जनता का राज लाने की अपील की। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, सांसद राम कृपाल यादव, आदि ने संबोधित किया।

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