विधायक ने पीए को तीन घंटे तक बंद रखा . - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 27 दिसंबर 2012

विधायक ने पीए को तीन घंटे तक बंद रखा .


झारखंड के शिबू सोरेन की बहु और पार्टी विधायक सीता सोरेन की दबंगई के आगे पुलिस भी बौनी पड़ गई. आरोप है कि सीता सोरेन अपने पीए का अपहरण कर तीन घंटे अपने घर में रखा और फिर घर के बाहर परिवारवाले और मीडिया के हुजूम जमा हो जाने के बाद उसे छोड़ दिया, लेकिन इस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही.

रांची के धुर्वा स्थित सीता सोरेन के घर पुलिस ने जिस शख्स को बाहर निकाला, वह कोई और नहीं बल्कि सीता सोरेन का पीए विकास है. आरोप है कि शाम के चार बजे विकास जब घर जा रहा था तो सीता सोरेन के समर्थकों ने उसे रास्ते से अगवा कर दिया. जैसे इस बात की भनक उसके परिवारवालों को लगी उसे सीधे पुलिस के साथ सीता सोरेन के घर में आ गया.

करीब तीन घंटे तक उसका परिवार चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने सुध न ली. हालांकि इस दौरान किसी तरह पुलिस अन्दर गई और विकास को बाहर निकाला. बाहर आने के बाद विकास ने सीता सोरेन पर जबरन रास्ते से उठा लेने का आरोप लगाया.

बताया जाता है की विकास झारखंड में राज्य सभा चुनाव के दौरान हुए हॉर्स ट्रेडिंग मामले में सीबीआई का सरकारी गवाह बन गया है. साथ ही विकास का भाई जोकि सीता सोरेन का ड्राइवर था वह भी सरकारी गवाह बन गया है. ऐसे में सीता सोरेन की मुसीबत बढ़ गई है और उसे कई बार विकास को गवाही से मुकरने को कहा. लेकिन विकास के इंकार के बाद उसका अपहरण कर लिया गया.

फ़िलहाल विकास के परिजनों ने थाने में सीता सोरेन के खिलाफ लिखित शिकायत की है, लेकिन सीता सोरेन पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ती नजर आई और कहा की विकास जबरन मेरे घर में घुस आया. गौरतलब है कि विकास के अपहरण और उसे सीता सोरेन के घर के अन्दर कैद करने की जानकरी के बावजूद पुलिस दो घंटे तक सीता सोरेन के घर का दरवाजा तक नहीं खुलवा सकी. उससे भी हैरत की बात ये है की इस दौरान पुलिस का कोई भी आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. फिलहाल विकास को मेडिकल जाँच के बाद घर भेज दिया गया है.



कोई टिप्पणी नहीं: