भितिहरवा आश्रम से भ्रष्ट सत्ता कि विरूद्ध, आन्दोलन का न्योता
भितिहरवा सर्वांगीण विकास समिति के सचिव अनिरूद्ध प्रसाद चैरसिया ने 30 जनवरी 2013 को गाँधी मैदान में अन्ना हजारे के सचिव से मिलकर भ्रष्ट भारतीयों कि विरूद्ध आन्दोलन का शंखनाद करने के लिए भितिहरवा आगमन की गुहार श्री अन्ना से लगायी है। श्री चैरसिया ने अपने पर में कहा है कि भारत की जनता में आशा का दीपक जलाने वाले अन्ना हजारे का कदम सराहनीय है और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण में विकास समिति उनके साथ है। 1917 में नीलहों के दमन से मुक्ति दिलाने में मोहनदास करमचन्द गाँधी अपनी सहधर्मिणी कस्तुरबा के साथ भितिहरवा आये और सत्याग्रह के द्वारा विश्व जनमानस पर छा गये। आपने जो भ्रष्टाचार के विरूद्ध शंखनाद किया है, वह प्रत्येक भारतीय के दिलोदिमाग पर छाया है। चम्पारण के किसान और वहाँ की जनता शासन और प्रशासन के दुष्चक्र में फंसी कराह रही है। उन्होने आवश्यकता महसूस की है कि श्री अन्ना के आगमन से भितिहरवा भ्रष्ट सत्ता के विरूद्ध अपने आन्दोलन की शुरूआत करें।
नगर परिषद की कार्यशैली से नाराज, नगर पार्षदों ने किया बैठक का बहिष्कार
- कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी से क्षुब्ध हैं पार्षद
नगर परिषद में आज गुरूवार को आयोजित समीक्षात्मक बैठक में बहुसंख्य पार्षदों नें नगर परिषद के द्वारा नगर पार्षदों के विचारों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए, सदन में मनमानी का आरोप लगाया तथा पार्षद राजेश प्रसाद के नेतृत्व में सदन का बष्किार किया। हालाकि कार्यपालक पदाधिकारी शम्भू शरण पाण्डेय ने कहा कि आपके बहिष्कार करने कुछ नहीं होता हम यह लिखकर भेजेंगे की आप इसके बाद किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे। इतना सुनते ही उनके विचारों के समर्थन में नगर पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। इस संबंध में नगर पार्षदों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा प्रथम मासिक बैठक 29 जून 2012 के प्रस्तावों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया। जिसमें मे.कुमार कान्त कन्सट्रक्सन द्वारा गलत शपथपत्र देने पर कार्य आवंटन रद्ध करना, जिसका बचाव नप ने किया। विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा में यह निर्णय लिया गया था कि लम्बित कार्यों की सूची सभी पार्षदों को उपलब्ध करा दी जाए, लेकिन पारित प्रस्तावों का अनुपालन नहीं किया गया। उसी प्रकार नप सभापति और कार्यपालक पदाधिकारी को सदन ने प्राधिकृत किया था कि प्रत्येक शनिवार को चालू योजनाओ का स्थलीय भौतिक सत्यापन करे और कनीय अभियंताओं के साथ मंगलवार को बैठक सुनिश्चित करें। लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी और नप सभापति ने क्या और कहाँ कौन से कार्य किये, इसकी जानकारी सदन को नहीं मिल सकी है। नगर पार्षद 22 राजेश प्रसाद ने कहा कि नगर के निर्वाचित माननीय पार्षद सिर्फ कार्रवाई की सम्पुष्टि के लिए बैठक में शामिल होेंगे। उनकी मांगो में बैठक की कार्रवाही पंजी पर उसी समय अंकित किया जाए। बैठक की कार्रवाही की वीडियोग्राफी कराई जाए, अगली बैठक में विगत बैठक की कार्यवाही पंजी की प्रमाणित प्रतियाँ पार्षदों को उपलब्ध करायी जाए। अगर कोई पार्षद प्रस्ताव देना चाहे तो वह 48 घंटे पूर्व कार्यालय को उपलब्ध करावे ताकि पार्षदों के बीच उसपर चर्चा हो सके इसके बगैर उसे प्रस्ताव में सन्नहित किया जाए। पार्षद सुजाता वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रखण्ड प्रमुख आलोक प्रसाद वर्मा जो पूर्व नगर सभापति के पति थे उनकी मृत्यु के उपरान्त बिना शोक सभा किये बैठक आयोजित करना निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान है। राजेश प्रसाद पार्षद ने कहा कि बिहार सरकार के नगर विकास व आवास विभाग के उपसचिव राजीव कुमार के पत्रांक 4(न) विविध 81/11 39041/ नविआवि. दिनांक 01 नवम्बर 2012 के अनुसार पार्षदों की शिकायत पर जिला पदाधिकारी बेतिया को प्रेषितपत्र के आलोक में जाँच के बारे में कार्यपालक पदाधिकारी बतावे, कार्यपालक पदाधिकारी शम्भूशरण पाण्डेय ने सदन को बताया कि इसकी जानकारी उन्हे नहीं है। गुरूवार को आयोजित बैठक में सदन के 25 नगर पार्षदों में अखिलेश राज, राजेश प्रसाद, राजीव कुमार जायसवाल, चन्दा देवी, शफीउर्रहमान, मुहम्मद सज्जाद, मुन्ना पासवान, सुजाता वर्मा ,आभा देवी, सपना देवी, सुलेखा देवी, रश्मि वर्मा समेत 15 पार्षद सदन से बाहर निकल कर बैठक का बहिष्कार कर दिया उसके बाद भी बैठक जारी रही। नगर पार्षदों मंे अखिलेश राज का कहना है कि नगर पार्षद को झुनझुना समझ रखा है, लोगो ने नगर पार्षद अपनी सम्मान की लड़ाई जारी रखेंगे। एक पार्षद ने यह भी कहा कि अधिकारी बैठक में स्वंयं मिनीरल वाटर की बोतल पीते है और नगर के माननीय पार्षद को साधारण पानी पिलाया जाता है, यह कहाँ और कितना न्यायसंगत है! बैठक की अध्यक्षता नगर परिषद के सभापति सुनिल कुमार ने किया। जिसमें उप सभापति कन्हैया अग्रवाल, पार्षद कैलाश राउत, सरोज शर्मा, मुन्ना पासवान व अन्य शामिल हुए। उपर्युक्त सभी पार्षदों का कहना है कि सशक्त स्थायी समिति की बैठको मंे बिना प्रस्तावित ही अलग से कई प्रस्ताव कार्यपालक पदाधिकारी जोड़वाते है, जिसमें मुख्यपार्षद की भूमिका होती है। नगर परिषद की समीक्षात्मक बैठक का बहिष्कार करने वाले पार्षदों ने जिला पदाधिकारी बेतिया और नगर विकास विभाग पटना के सचिव को प्रतिलिपि प्रेषित किया है और इस आशय जुड़ा पत्र नगर कार्यपालक पदाधिकारी को दिया है। 25 सदस्यांे वाली सदन में 15 सदस्यों के बहिष्कार के बाद बैठक को जारी रखना संसदीय लोकतंत्र की मर्यादा को धूल धूसरित करने का कुत्सित प्रयास है। पार्षदों ने कहा है कि जब तक पार्षदों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता तब तक सशक्त स्थायी समिति की आगामी बैठकों में शामिल नहीं होेंगे।
अम्बिका यादव के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बहुअरवा खुर्द में मृत शेरहवा पंचायत के अम्बिका यादव का अपहरण कर उसकी हत्याकर गन्ने के खेत में फेंके जाने से क्षेत्र के लोगों में सनसनी है। पुलिस सूत्र इस बाबत कुछ ठोस बताने में गुरेज कर रहे है । इधर गुरूवार को अम्बिका यादव के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया है। जबकि शिकारपुर थाना में अपहरण का कोई मामला दर्ज नहीं है।
विकास कार्यो की बीडीओ ने की समीक्षा
स्थानीय प्रखण्ड सभागार में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी बासुदेव बैठा निराला ने सभी पंचायत सचिवो और विकास मित्रों की संयुक्त बैठक कर विकास कार्याें की समीक्षा की उन्होंने प्रखण्ड में करीब 3500 इन्दिरा आवास के लाभुको के कार्याें के सम्बन्ध में पंचायत सचिवों से पूछताछ की और स्थिति से अवगत हुए उन्होने बताया कि अब उन्हे इन्दिरा आवास निर्माण के लिए दूसरी किस्त जारी कर दी जाएगी। श्री बैठा ने बताया कि अधिकांश लाभार्थियों ने लिण्टेल लेवेल तक मकान का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और दूसरी किस्त मिलते ही भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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