सरकारी आतंकवाद के शिकार हुए हैं हासन : भट्ट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 31 जनवरी 2013

सरकारी आतंकवाद के शिकार हुए हैं हासन : भट्ट


फिल्म निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट का मानना है कि अभिनेता और निर्देशक कमल हासन सरकारी आतंकवाद के शिकार हुए हैं। महेश ने कहा, "क्या हम ऐसे देश में रह रहे हैं जहां कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है? यह सवाल फिल्म वालों को ही नहीं बल्कि भारत के लोगों को भी पूछना चाहिए।" महेश ने कमल हासन को देश का गौरव बताते हुए कहा, "हासन राष्ट्रीय धरोहर हैं। उन्होंने सब कुछ दांव पर लगाकर फिल्म बनाई है। उन्होंने फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्यों को दिखाई थी, जिसे प्रमाणित किए जाने के बाद प्रदर्शित किया जाना था लेकिन सरकार ने रोक लगा दी।"

उन्होंने कहा, "ऐसा देश जहां आपको अभिव्यक्ति की आजादी हो, सेंसर बोर्ड का प्रमाणपत्र हो, उच्च न्यायालय हो और तब भी अगर उन्हें जगह-जगह जाकर याचना करनी पड़े तो फिर इन सबका का क्या मतलब रह जाता है।" महेश ने फिल्म उद्योग से हासन का समर्थन करने का आग्रह किया। महेश ने कहा, "फिल्म उद्योग को आसानी से निशाना बनाया जाता है। हाल ही में शाहरुख खान को राजनीतिक फायदे के लिए उनके एक ऐसे बयान के लिए निशाना बनाया गया जो तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था। हमारे देश में हो क्या रहा है?'

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