दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ भारत बंद का आह्वान . - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 3 जनवरी 2013

दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ भारत बंद का आह्वान .


दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ गैर राजनीतिक दल के प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को काला दिवस मनाने के साथ भारत बंद का आह्वान किया है. पिछले दिनों जंतर-मतर पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बंद का आह्वान किया था. दिल्ली गैंगरेप के भेंट चढ़ी पीड़िता को इन्साफ दिलाने की मांग पर प्रदर्शनकारियों ने काला दिवस मनाने का भी फैसला किया है. 

राजधानी दिल्‍ली में करीब दो सप्‍ताह पहले हुए गैंगरेप की वारदात के बाद देश भर में गैंगरेप के दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग ने खासी जोर पकड़ ली है. इस घटना के विरोध और पीड़िता को न्‍याय दिलाने में जुटे प्रदर्शनकारियों ने फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई के दौरान जल्द इंसाफ की मांग करते हुए गुरुवार को भारत बंद का ऐलान किया.  महत्वपूर्ण बात यह है कि इस आह्वान के पीछे कोई राजनीतिक दल नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने भारत बंद के लिए सोशल नेटवर्किग साइट का सहारा लेकर देश भर में अभियान भी चलाया है.

प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि दोषियों को फांसी देने और सख्त कानून बनाने की मांग की मुहिम में कोई भी राजनीतिक दल शामिल नहीं होगा.प्रदर्शनकारियों के मुताबिक किसी नेता को मुहिम में शामिल होना है तो वह आम आदमी के तौर पर शामिल हो सकते हैं. इस मुद्दे पर गुरुवार को दिल्ली में कई महिला संगठनों और भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. दिल्ली भाजपा कार्यालय में भी एक शोक सभा बुलाई गई है, जिसमें सुषमा स्वराज, अरुण जेटली समेत कई बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. 

गैंगरेप की पीडि़त लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर अभी भी प्रदर्शन जारी है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी पीड़िता के हक में आवाज उठाई जा रही है. वहीं, गैंगरेप पीड़िता का नाम उजागर कर एंटी रेप कानून का नामकरण उसके नाम पर किए जाने की भी मांग की जा रही है. शशि थरूर की इस मांग का पीड़िता के परिवार वालों समेत सैकड़ों लोगों ने समर्थन किया है.

गौरतलब है कि राजधानी में एक चार्टर्ड बस में 23 वर्षीय युवती से सामूहिक बलात्कार की सनसनीखेज वारदात की पृष्ठभूमि में प्रधान न्यायाधीश अलतमस कबीर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ देश में बलात्कार के मुकदमों की तेजी से सुनवाई हेतु त्वरित अदालतों के गठन के लिए दायर जनहित याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करेगी. इस वारदात में बुरी तरह जख्मी युवती की 29 दिसंबर को सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई थी.

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