दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में गलती से चढ़ गए वृद्ध दंपति को आरपीएफ के दरोगा और सिपाही ने ट्रेन से धक्का दे दिया। महिला की ट्रेन से नीचे गिरकर मौत हो गई। वृद्ध पुरुष पहले तो गिरने से बच गए लेकिन बाद में पत्नी को बचाने के लिए खुद भी ट्रेन से कूद गए.पति-पत्नी रिश्तेदार की तेरहवीं संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। रेलवे सुरक्षा बल के दोनों कर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। लेकिन देर शाम पहुंचे रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त जेपी मीणा ने आरोप को झूठा करार देते हुए दोनों सुरक्षाकर्मियों को क्लीन चिट दे दी।
इस मामले पर रेल राज्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी ने अफसोस जाहिर किया है और मामले की पूरी जानकारी मांगी है। फिलहाल चौतरफा दबाव के बाद रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुजफ्फरनगर रेलवे पुलिस ने इस मामले में घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ के एएसआई रामचंद और कांस्टेबल सुभाष दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। ये पहली बार नहीं है जब किसी यात्री को चलती ट्रेन से फेंके जाने का मामला सामने आया है ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर कब यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेल महकमा संवेदनशील बनेगा। आखिर कब तक सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावे किए जाएंगे।
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