तीन साल बाद जम्मू कश्मीर की राजधानी में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिदीन ने ले ली है। बुधवार सुबह हुए इस हमले में 5 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए और 7 अन्य घायल हुए हैं। सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को भी मार गिराया है।
यह हमला श्रीनगर में बेमिना पब्लिक स्कूल के बाहर हुआ है। बुधवार को स्कूल बंद था, इसलिए किसी बच्चे को नुकसान नहीं हुआ है। हमले के कुछ ही समय बाद केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा कि आरंभिक साक्ष्य इस बात का संकेत देते हैं कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे। थोड़ी देर बाद आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने बाकायदा इस हमले की जिम्मेदारी भी ले ली। एक लोकल टीवी चैनल को फोन करके हिजबुल ने दावा किया कि बुधवार को श्रीनगर में आतंकी हमला उसी ने करवाया है।
सीआरपीएफ ने कहा कि ऑपरेशन पूरा हो गया है। लेकिन, फिलहाल सीआरपीएफ के बंकर और आसपास के इलाकों में तलाशी जारी है। सुरक्षाबलों को शक है कि बंकर में अभी भी कुछ आतंकी छुपे हो सकते हैं।
पुलिस पब्लिक स्कूल की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ का बंकर बना हुआ है। आतंकियों ने यहीं घात लगाकर हमला किया। अलगाववादियों की हड़ताल की वजह से स्कूल बंद था। गौरतलब है कि घाटी में अलगाववादियों की तरफ से अफजल गुरु की डेड बॉडी की मांग को लेकर हड़ताल जारी है।
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