बिहार के पेयजल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 16 मार्च 2013

बिहार के पेयजल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक


बिहार के 22 जिलों के 5747 बसावटों में भूगर्भीय पेयजल स्रोतों से आर्सेनिक और फ्लोराइड की मात्रा सामान्य से अधिक पाई गई है। बिहार सरकार का हालांकि दावा है कि अगले तीन वर्षो में सभी प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा। बिहार विधानसभा में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य अच्युतानंद के अल्पसूचित प्रश्नों का जवाब देते हुए राज्य के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री चंद्रमोहन राय ने बताया कि राज्य के 22 जिलों के 5747 बसावटों में आर्सेनिक और लोराइड की मात्रा अधिक है। प्रभावित इलाकों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने 113 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। 

उन्होंने कहा कि अब तक 2882 बसावटों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा दिया गया है। अगले तीन वर्षो में सभी प्रभावित इलाकों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि प्रभावित सभी जिलों में करीब चार लाख सार्वजनिक पेयजल स्रोतों की जल जांच कराने की योजना भी स्वीकृत की गई है। उल्लेखनीय है कि आर्सेनिक और फ्लोराइडयुक्त पेयजल से चर्मरोग, त्वचा के घाव तथा तंत्रिका संबंधी रोग होते हैं।

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